रीजनल सेंटर धर्मशाला में खाली रही सीटों को एक सप्ताह में ओपन काल कर न भरा तो आंदोलन : एनएसयूआइ
HPU Shimla एनएसयूआइ प्रदेश महासचिव अमर कुमार ने कहा हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय क्षेत्रीय अध्ययन केंद्र धर्मशाला के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। लापरवाह रवैये के कारण हजारों विद्यार्थियों के भविष्य को अंधकार के गर्त में डाला जा रहा है।
धर्मशाला, जेएनएन। एनएसयूआइ प्रदेश महासचिव अमर कुमार ने कहा हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय क्षेत्रीय अध्ययन केंद्र धर्मशाला के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। हजारों विद्यार्थियों के भविष्य को अंधकार के गर्त में डाला जा रहा है। पहले तो विश्वविद्यालय द्बारा छात्रों के आवेदन के नाम पर लाखों रुपये वसूले गए। फिर केवल दो विषयों के लिए दाखिला प्रतियोगिता आयोजित करवाई गई। अनेकों विद्यार्थियों को इस अवसर से वंचित कर दिया गया। जब घोर करोना काल में विश्वविद्यालय छात्रों की परीक्षा से सकता है तो बिना कारण छात्रों से यह अधिकार क्यों छीना गया।
विश्वविद्यालय के परीक्षा परिणामों में अनेकों छात्र पास हैं। लेकिन उनकी सीजीपीए गायब है, जिसकी वजह से अनेकों विद्यार्थियों का एक वर्ष बर्बाद हो रहा है। हिमाचल प्रदेश में कोरोना के कारण हजारों विद्यार्थी एंट्रेंस फार्म नहीं भर पाए, क्योंंकि उस समय लॉकडाउन लगा हुआ था और अनेकों क्षेत्रों को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया था।
एनएसयूआइ क्षेत्रीय केंद्र धर्मशाला इकाई विश्वविद्यालय से यह मांग करती है कि केंद्र में अनेकों विभागों में सीटें खाली रह गई हैं, जल्द ओपन कॉल द्वारा उन वंचित विद्यार्थियों को एडमिशन लेने की अनुमति दी जाए। जिन्होंने विश्व विद्यालय में एंट्रेंस के लिए आवेदन किया था। यदि विश्वविद्यालय एक सप्ताह के भीतर छात्र हित को ध्यान में रखकर निर्णय नहीं देता है तो एनएसयूआइ आंदोलन करेगा।