पुरानी पेंशन योजना की मांग को लेकर एनपीएस कर्मचारियों ने किया पारिवारिक उपवास
NPS Employees Strike राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा हिमाचल के अध्यक्ष प्रवीण शर्मा ने कहा रविवार को एक दिन का सांकेतिक पारिवारिक उपवास रखा गया।
पालमपुर, जेएनएन। राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा हिमाचल के अध्यक्ष प्रवीण शर्मा ने कहा रविवार को एक दिन का सांकेतिक पारिवारिक उपवास रखा गया। पूरे देश के 70 लाख एनपीएस कर्मियों ने राष्ट्रीय अध्यक्ष वीपी सिंह रावत के दिशा निर्देशानुसार यह आंदोलन छेड़ा। हिमाचल प्रदेश के एक लाख से ऊपर एनपीएस कर्मी भी इस उपवास में शामिल हुए। प्रवीण शर्मा ने कहा यह उपवास मात्र एक संदेश है और उन माननीयों से आग्रह है जो तीन-तीन पेंशन का अधिकार रखते हैं, लेकिन कर्मचारियों की इकलौती पेंशन वापस नहीं करना चाहते।
उन्होंने कहा कि एनपीएस स्कीम कोई पेंशन स्कीम नही है, बल्कि यह कर्मचारियों का ही पैसा है, जिसका ब्याज भर मिलता है। 500 या 1200 की पेंशन में गुजारा करना मुश्किल है। प्रदेश के एनपीएस कर्मचारियों के अनुसार समय रहते पुरानी पेंशन की मांग को पूरा किया जाए, अन्यथा आमरण अनशन होगा, क्योंकि बार बार आग्रह करके भी एक बहुत बड़े वर्ग की अनदेखी इस देश मे हुई है। अब अंतिम रास्ता आमरण अनशन ही बचता है।
एनपीएस के तहत रिटायर कर्मियों को दुकानों में नौकरी करनी पड़ रही है। क्या रिटायर एनपीएस कर्मियों की ऐसी दुर्गति संवैधानिक है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से एनपीएस कर्मियों की पेंशन के बारे में सकारात्मक निर्णय लेने का आग्रह किया।
इस अवसर पर भवारना ब्लॉक अध्यक्ष संदीप चौधरी, पंचरुखी व्लाक अध्यक्ष कपिल राज अंगारिया, सुरेंद्र सिंह, रिटायर कर्मी कुलदीप सिंह, रिटायर प्रिंसिपल प्रकाश चंद कटोच, रिटायर मैनेजर कुलदीप राज डोगरा, वीरेंद्र पठानिया, छोटू मेहरा, शैलेंद्र सूद, दिनेश पठानिया, रजिंद्र मिन्हास, सूंगा राम व अलग -अलग जिलों से अमर शर्मा प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष, प्रदेश प्रभारी एलडी चौहान, जिला चंबा से अतिरिक्त महासचिव प्रवीण मेहता व अन्य इस एक दिवसीय उपवास में शामिल रहे।