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कांगड़ा जिले के मंदिरों में अब सुबह चार से रात दस बजे तक कर सकेंगे दर्शन

कांगड़ा जिला के शक्तिपीठों एवं मंदिरों में दर्शनों के लिए समयावधि को बढ़ा दिया गया है। अब मंदिर दर्शनों के लिए सुबह चार बजे खुलेंगे तथा रात को दस बजे बंद होंगे। इससे पहले मंदिरों के दर्शनों के लिए समय सुबह छह से आठ बजे तक तय किय गया था।

By Virender KumarEdited By: Published: Sun, 18 Jul 2021 09:39 PM (IST)Updated: Sun, 18 Jul 2021 09:39 PM (IST)
कांगड़ा जिले के मंदिरों में अब सुबह चार से रात दस बजे तक कर सकेंगे दर्शन
कांगड़ा जिला के मंदिरों में अब सुबह चार से रात 10 बजे तक कर सकेंगे दर्शन। जागरण आर्काइव

धर्मशाला, जागरण संवाददाता। कांगड़ा जिला के शक्तिपीठों एवं अन्य मंदिरों में शारीरिक दूरी सुनिश्चित करने के दृष्टिगत श्रद्धालुओं के लिए मंदिरों में दर्शनों के लिए समयावधि को बढ़ा दिया गया है। अब मंदिर दर्शनों के लिए सुबह चार बजे खुलेंगे तथा रात को दस बजे बंद होंगे। इससे पहले मंदिरों के दर्शनों के लिए समय सुबह छह से आठ बजे तक तय किय गया था। उपायुक्त कांगड़ा डा. निपुण ङ्क्षजदल ने आपदा प्रबंधन एक्ट के तहत आदेश भी जारी कर दिए हैं। कहा कि मंदिरों में दर्शन के लिए शारीरिक दूरी अत्यंत जरूरी है तथा इसी के चलते समयावधि को बढ़ाया गया है। मंदिरों में कोविड प्रोटोकाल की अनुपालना सुनिश्चित करने के लिए पहले से ही निर्देश दिए गए हैं तथा इस के लिए सैनिटाइजर से लेकर मास्क भी उपलब्ध करवाए गए हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी तरह से दिक्कत नहीं हो। उन्होंने कहा कि मंदिर प्रशासन को कोविड प्रोटोकाल की अनुपालना के लिए आवश्यक निर्देश भी दिए गए हैं।

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बैजनाथ में इस बार भी नहीं लगेंगे सावन के मेले

कल सावन का पहला सोमवार होगा। बैजनाथ में इस बार सावन माह के मेलों का आयोजन नहीं होगा। कोविड को लेकर प्रशासन ने यहां इस बार भी मेले नहीं करवाने का निर्णय लिया है। इसके अलावा श्रद्धालुओं को जिला व स्थानीय प्रशासन ने एक बड़ी राहत दी है। अब यहां श्रद्धालु सुबह चार बजे से लेकर रात 10 बजे तक भोले बाबा के दर्शन कर पाएंगे। यह व्यवस्था जिला के अन्य मंदिरों में भी रहेगी। इस बारे रविवार को बाकायदा उपायुक्त कांगड़ा की तरफ से अधिसूचना भी जारी कर दी गई है। हालांकि बैजनाथ शिव मंदिर में कोरोना के कारण इस बार भी श्रद्धालुओं को मंदिर के अंदर गर्भगृह में जाने की इजाजत नहीं होगी। बाहर मंडप से ही श्रद्धालु भोले बाबा के दर्शन कर पाएंगे। यहां मुख्य गेट से श्रद्धालु अंदर प्रवेश करेंगे और दूसरी तरफ से श्रद्धालुओं के लिए निकासी द्वार रखा गया है। श्रद्धालुओं को मंदिर में बिना मास्क के प्रवेश नहीं मिलेगा। यहां मंदिर परिसर में लगी रस्सियों के बाहर भी श्रद्धालुओं को जाने की इजाजत नहीं होगी।

मंदिर के पुजारी सुरेंद्र आचार्य ने बताया कि इस बार सावन माह के पांच सोमवार होंगे। यहां अन्य राज्यों से पहले सावन माह की शुरुआत होती है। उधर, मंदिर न्यास के सहायक आयुक्त एवं एसडीएम बैजनाथ सलीम आजम ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर सुबह चार से रात 10 बजे तक खुला रहेगा। खीर गंगा घाट व मंदिर में पुलिस का पहरा रहेगा। कोरोना प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि बारिश होने पर खीर गंगा घाट व बिनवा नदी की तरफ श्रद्धालु न जाएं, इस बात को भी सुनिश्चित किया जाएगा, ताकि कोई हादसा न हो सके।


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