शराब या तंबाकू ही नहीं अधिक नमक भी बिगाड़ रहा आपकी जिंदगी का स्वाद, जानिए विशेषज्ञों की राय
World Health Day शराब और तंबाकू आदि के साथ अधिक नमक का सेवन भी लोगों को बीमार कर रहा है। अधिकतर लोग इससे अनजान हैं। स्वास्थ्य विभाग के तहत इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (आइजीएमसी) शिमला के कार्डियोलॉजी विभाग के सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है।
शिमला, यादवेन्द्र शर्मा। World Health Day, शराब और तंबाकू आदि के साथ अधिक नमक का सेवन भी लोगों को बीमार कर रहा है। अधिकतर लोग इससे अनजान हैं। स्वास्थ्य विभाग के तहत इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (आइजीएमसी) शिमला के कार्डियोलॉजी विभाग के सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है। अधिक नमक का सेवन और कम शारीरिक क्रिया लोगों को बीमार कर रही है। जिन लोगों पर सर्वेक्षण किया गया, उनमें 13 फीसद अधिक मोटे, 58 फीसद उच्च रक्तचाप, शुगर व हाई कोलेस्ट्रॉल से पीडि़त पाए गए हैं।
सर्वे में तीन हजार लोगों को शामिल किया गया। इनमें पुलिस व दूसरे सरकारी कर्मचारी, स्वास्थ्य और निजी क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों के साथ कॉलेज के विद्यार्थियों को भी शामिल किया गया। जिन लोगों में मोटापा पाया गया, उनमें 18.49 फीसद में उच्च मधुमेह पाई गई और 84 फीसद में उच्च कोलेस्ट्रॉल था। मोटापा बढ़ता है तो उससे उच्च रक्तचाप, मधुमेह और उच्च कोलेस्ट्रॉल के कारण हृदयाघात का खतरा बढ़ जाता है। अधिक मात्रा में खाना और शारीरिक गतिविधि कम करने का यह परिणाम है। जांघों आदि में जमा वसा की तुलना में पेट के आसपास वसा का जमाव अधिक खतरनाक है।
बेहतर स्वास्थ्य के लिए आवश्यक
- फास्ट फूड का सेवन न करें, ये स्वास्थ्य के लिए सबसे अधिक घातक है।
- सुबह कम से कम आधा घंटे की नियमित सैर, व्यायाम व योग करें।
- संतुलित आहार लें, जिसमें फलों और सब्जियों के साथ दूध आदि हो।
- शराब, तंबाकू का बिल्कुल भी सेवन न करें।
- अधिक नमक का इस्तेमाल न करें और काला नमक ज्यादा बेहतर है।
- नियमित स्वास्थ्य की जांच करवाएं।
- सीलन वाले स्थान पर रहना बीमारियों को निमंत्रण देना है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
आइजीएमसी शिमला के कार्डियोलॉजी विभाग अध्यक्ष डा. पीसी नेगी का कहना है अधिक नमक के साथ शारीरिक क्रिया में कमी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य लोगों की जीवनशैली में परिवर्तन लाना और मधुमेह, उच्च रक्तचाप और हृदय संबंधी बीमारियों से पीडि़त लोगों की संख्या को कम करना है। लोगों को योग, व्यायाम और संतुलित आहार लेने के लिए जागरूक किया जा रहा है।