Make Small Strong: नहीं टूटा भरोसा, स्कूल खुलने पर रफ्तार पकड़ेगा काम
कोरोना महामारी से व्यवसाय को चोट पहुंची है। कोई भी ऐसा क्षेत्र नहीं है जिसे नुकसान न उठाना पड़ा हो पर हमारा भरोसा कहीं पर भी नहीं टूटा है। अब पर्यटन कारोबार पटरी पर लौटने लगा है। भले ही अभी स्कूल बंद हैं पर अब काम बढ़ेगा यह उम्मीद है।
कांगड़ा, रितेश ग्रोवर। कोरोना महामारी से व्यवसाय को चोट पहुंची है। कोई भी ऐसा क्षेत्र नहीं है जिसे नुकसान न उठाना पड़ा हो पर हमारा भरोसा कहीं पर भी नहीं टूटा है। अब पर्यटन कारोबार पटरी पर लौटने लगा है। भले ही अभी स्कूल बंद हैं पर अब काम बढ़ेगा यह उम्मीद है। मार्च से पहले फोर्स मोटर कंपनी के वाहनों की बिक्री जारी थी परंतु लॉकडाउन के बाद कंपनी के वाहनों की बिक्री ठहर सी गई है और इसका सीधा नुकसान कंपनी के साथ-साथ डीलर को भी उठाना पड़ा है। हिम्मत नहीं हारी और इस व्यवसाय को लेकर आगे भी हैं। यह कहना है कांगड़ा के बनोई में फोर्स मोटर कंपनी के अधिकृत विक्रेता सागर ऑटोमोबाइल के मालिक वीरेंद्र चौधरी का। वह बताते हैं कि फोर्स मोटर का शोरूम लॉकडाउन हटने के बाद भी मंदी से उबर नहीं पाया है। इसका प्रमुख कारण स्कूलों का बंद होना व पर्यटन गतिविधियां न के बराबर होना है। अब आगे बढ़ने का प्रयास जारी है।
मार्च तक थी अच्छी बिक्री
मार्च तक शोरूम में पर्यटन वाहन, स्कूली वाहन व व्यावसायिक वाहनों की बिक्री अच्छी थी। नए शैक्षणिक सत्र के लिए स्कूली वाहनों की काफी मांग थी। उम्मीद जताई थी कि थी कि मार्च के बाद स्कूली वाहनों की बिक्री में उछाल आएगा परंतु लॉकडाउन से व्यावसायिक गतिविधियां ठप हो गईं। अब खुशी की बात व्यवसाय को पंख लगेंगे।
30 परिवारों की जिम्मेदारी संभाली
सागर ऑटोमोबाइल शोरूम से लगभग तीस कर्मचारी प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हैं। लॉकडाउन के दौरान इन परिवारों की जिम्मेदारी सागर ऑटोमोबाइल के कंधों पर थी। वीरेंद्र चौधरी ने बताया कि इस अवधि में कई कर्मचारियों की आर्थिक सहायता की। उन्होंने बताया कि कई कर्मचारियों ने फोन से अपना दुख जाहिर किया और जितनी मदद हो सकती थी।
2003 में खोला था शोरूम
लॉकडाउन का समय खत्म हो चुका है और अब व्यावसायिक गतिविधियां शुरू हो चुकी हैं। वर्ष 2003 में कंपनी का शोरूम खोला था। उस समय कंपनी के वाहनों की बिक्री के लिए वीरेंद्र चौधरी ने काफी मेहनत की है। एक बार फिर से सभी के सहयोग से व्यवसाय को आगे बढ़ाया जाएगा।