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डाडासीबा महाविद्यालय में शिक्षक न होने के कारण शिक्षा विभाग व सरकार के खिलाफ फूटा छात्रों का गुस्सा, किया प्रदर्शन

बाबा कांशीराम राजकीय महाविद्यालय डाडासीबा में शैक्षणिक स्टाफ न होने के कारण विद्यार्थियों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। कांशीराम राजकीय महाविद्यालय डाडासीबा के 300 विद्यार्थी अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतरे व प्रदर्शन किया। विद्यार्थियों ने अभिराय सिंह के माध्यम से जयराम ठाकुर को ज्ञापन भेजा है।

By Richa RanaEdited By: Published: Mon, 06 Dec 2021 03:20 PM (IST)Updated: Mon, 06 Dec 2021 03:20 PM (IST)
डाडासीबा महाविद्यालय में शिक्षक न होने के कारण शिक्षा विभाग व सरकार के खिलाफ फूटा छात्रों का गुस्सा, किया प्रदर्शन
राजकीय महाविद्यालय डाडासीबा में शैक्षणिक स्टाफ न होने के कारण विद्यार्थियों को परेशानी झेलनी पड़ रही है।

डाडासीबा, संवाद सूत्र। बाबा कांशीराम राजकीय महाविद्यालय डाडासीबा में शैक्षणिक स्टाफ न होने के कारण विद्यार्थियों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। कांशीराम राजकीय महाविद्यालय डाडासीबा के 300 विद्यार्थी अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतरे व प्रदर्शन किया। इस मौके पर डाडासीबा के तहसीलदार अभिराय सिंह के माध्यम से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को ज्ञापन भेजा है। जिसमें रिक्त पदों को जल्द भरने की मांग की गई है। इस मौके पर पीटीए प्रधान पिंकी देवी, उप-प्रधान रणजीत सिंह व कमेटी सदस्य की अध्यक्षता में छात्रों ने अपना रोष प्रकट किया।

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यह कहना है छात्रों का

छात्रों का कहना है कि वर्ष 2016 से चल रहे इस कालेज की हालत यह है कि यहां विद्यार्थी 300 से अधिक है। लेकिन उन्होंने पढ़ाने के लिए केवल तीन ही प्राध्यापक हैं 5 शिक्षकों के पद खाली हैं चिंतनीय यह है कि पिछले 9 माह से प्राचार्य ही नहीं है प्राचार्य 31 मार्च 2021 को सेवानिवृत्त हो गए हैं और उसके बाद आज दिन तक यह पद खाली है। कला व वाणिज्य संकाय के इस कालेज में बिना प्राध्यापकों के बच्चे कैसे पढ़ाई करेंगे। इसे लेकर अभिभावक भी चिंतित हैं।

यह बोली पीटीए प्रधान

कालेज की पीटीए प्रधान पिंकी देवी के नेतृत्व में स्थानीय लोगों ने कहा कि ऐसे में शिक्षा विभाग की नाकामी बच्चों की जिंदगी पर भारी पड़ने लगी है अभिभावक संघ इस बाबत कई बार विभाग के खिलाफ प्रदर्शन व लिखित शिकायत भी की। लेकिन नतीजा शून्य ही निकला पीटीए प्रधान पिंकी देवी उपप्रधान रणजीत सिंह ने कहा कि राजनीतिक शास्त्र हिंदी व इतिहास तीनों ही मेजर सब्जेक्ट हैं। लेकिन इन विषयों के प्राध्यापकों के पद खाली हैं शिक्षकों के साथ-साथ गैस शिक्षकों के पद भी खाली हैं। सिर्फ तीन प्राध्यापकों के सहारे चल रहा डाडासीबा कॉलेज प्राचार्य का भी पद खाली 31 मार्च 2021 में प्राचार्य की सेवानिवृत्ति के बाद कोई तैनात नहीं हुआ। 300 विद्यार्थी यहां पढ़ाई कर रहे हैं आज भी अध्यापक के पांच पद खाली हैं। राजकीय महाविद्यालय डाडासीबा के छात्रों ने अपनी मांगों को लेकर रोष प्रदर्शन किया साथ ही डाडासीबा बाजार में एक मांग रैली का भी आयोजन किया।

कांग्रेस नेताओं  ने भी किया छात्रों का  समर्थन

परागपुर कांग्रेसी नेता सुरिंद्र सिंह मनकोटिया व तमाम कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने बच्चों का समर्थन करते हुए इस मांग प्रदर्शन में कालेज छात्रों का समर्थन किया। वहीं कहा कि एक तरफ सरकार शिक्षा देने के बड़े-बड़े वादे करती है परन्तु धरातल पर यह बिल्कुल उल्टी है। राजकीय महाविद्यालय डाडा सीबा में बच्चों को पढ़ाने के लिए प्रोफेसर तक नहीं है। यह केसी शिक्षा सुविधा है । सरकार की कथनी करनी में अंतर है। इस दौरान कार्यकर्ता जगमेल सिंह, रणजीत सिंह परमार,अनुराधा स्पेहिया,परमेश्वरि दास,प्रमोद सिंह,राम कुमार,सुमन ठाकुर, बबीता मेहरा इत्यादि मौजूद रहे।


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