बैजनाथ में कोई हाइड्रेंट नहीं, जुगाड़ से भरा जा रहा पानी
उपमंडल बैजनाथ में फायर बिग्रेड पोस्ट को खुले हुए चार साल का समय हो गया है। लेकिन अभी तक अग्निशमन विभाग की गाडिय़ों में पानी भरने के लिए कोई ढंग की व्यवस्था नहीं हो पाई है। बैजनाथ पपरोला भी चार साल पहले नगर पंचायत बन चुके हैं।
बैजनाथ, जेएनएन। उपमंडल बैजनाथ में फायर बिग्रेड पोस्ट को खुले हुए चार साल का समय हो गया है। लेकिन अभी तक अग्निशमन विभाग की गाडिय़ों में पानी भरने के लिए कोई ढंग की व्यवस्था नहीं हो पाई है। बैजनाथ पपरोला भी चार साल पहले नगर पंचायत बन चुके हैं, बावजूद इसके अभी तक भी इन दोनों शहरों में एक भी हाइड्रेंट नहीं है।
बैजनाथ फायर पोस्ट में मौजूदा समय में फायर ब्रिगेड की दो गाडिय़ां है। इनमें एक बड़ी और एक छोटी है। इस फायर पोस्ट के माध्यम से बैजनाथ और जिला मंडी के जोगिंद्रनगर उपमंडल के कुछ इलाकों में आग लगने की घटनाओं के समय गाडिय़ां भेजी जाती हैं। लेकिन चार साल से इन गाडिय़ों में पानी भरने के लिए विभाग के कर्मचारियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मौजूद समय में बैजनाथ फायर बिग्रेड पोस्ट में कुल पद चौदह हैं, जिनमें से बारह पद भरे हुए हैं।
जुगाड़ की पाइप से भरते हैं पानी
फायर ब्रिगेड की गाडिय़ों के लिए बैजनाथ की सब्जी मंडी के पास जल शक्ति विभाग की एक 2 इंच की पाइप से पानी भरना पड़ता है। इसके अलावा फायर ब्रिगेड को पानी भरने के लिए कोई भी स्त्रोत नहीं है। ऐसे में यदि क्षेत्र में कोई आग की घटना हो जाए तो पानी भरने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। गांव के गए वाहनों को भी वाहन के खाली हो जाने के बाद आस-पास की खड्डों में ही जाकर पानी भरना पडऩे को मजबूर होना पड़ता है, जो कि विभाग के कर्मियों के सबसे बड़ी परेशानी का कारण भी है।
बैजनाथ पपरोला में भारी दिक्कत
उपमंडल के दो बड़े शहरों बैजनाथ पपरोला में एक भी हाइड्रेट नहीं है। यहां छोटी गलियां होने के कारण आग लगने की बड़ी घटना पर काफी नुकसान हो सकता है। हालांकि कोई बड़े मामले आग के सामने तो नहीं आए हैं पर अगर कुछ घटित होता है तो दिक्कत सभी के लिए हो सकती है।
बैजनाथ के लीडिंग फायरमैन राजेश गुप्ता ने कहा कि बैजनाथ फायर ब्रिगेड पोस्ट एक बड़े क्षेत्र को कवर कर रही है। जहां से भी हमें सूचना मिलती है तुरंत विभाग की गाड़ी मौके पर पहुंचती है। यहां हाइड्रेंट नहीं है उससे थोड़ी दिक्कत हो रही है। इसके अलावा पानी भरने की समस्या के समाधान के लिए भी प्रशासन को अवगत करवाया गया है।