धर्मशाला में ग्रामीण रूटों पर नियमित बसे न चलने से लोग होते हैं परेशान
बेशक सरकार ग्रामीण क्षेत्रों को भाग्य रेखा से जोड़ने के भरसक प्रयास कर रही ओर अधिकाश गांवों को जोड़ा भी गया है लेकिन वस सुविधाएं नियमित न होने से गांवों के लोगों को परेशानी झेलनी पड़ती है। बस का रूट काफी समय से बंद पड़ा है ।
योल, सुरेश कौशल। बेशक सरकार ग्रामीण क्षेत्रों को भाग्य रेखा से जोड़ने के भरसक प्रयास कर रही ओर अधिकाश गांवों को जोड़ा भी गया है, लेकिन बस सुविधाएं नियमित न होने से गांव के लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ती है। धर्मशाला की वरवाला पंचायत के लोगों को एेसी ही परेशानी झेलनी पड़ रही है।
इस गांव की सड़क से वाया मसरेड़ मटौर टांडा को लोगों की आवाजाही रहती है, लेकिन हिमाचल पथ परिवहन निगम का एक रुट सुबह वाया 53 टांडा को जोड़ता है ओर चार चक्कर लगते हैं। लेकिन रविवार को रुट की छुट्टी होने है लोगों को परेशान होना पड़ता है। यही नहीं ऐसा ही निगम की बस का रुट दस बजे का था वो काफी समय से बंद पड़ा है ।
वरवाला पंचायत प्रधान गुरवख्श सिंह ने कहा कि हिमाचल पथ परिवहन निगम को इस रूट चलने वाली बस जोकि टांडा को जोड़ता है नियमित करें ताकि खास कर अस्पताल जाने वाले मरीजों सहित तामीरदारों को परेशानी न हो। इसके पंचायत के माध्यम से विभाग को भी अवगत कराया गया है ।
उपप्रधान रविंद्र कुमार ने कहा कि ग्रामीण रूटों पर जो भी वसे चलती है, अक्सर उनके रूट नियमित नहीं चल पाते। विभाग धाटे का रुट करार देकर वस चलाना ही वन्द कर देते हैं।इसमें विभाग को कोई विकल्प तलाशना चाहिए।