पालमपुर में जनसहयोग से हुआ नेताजी सुभाष चंद्र बाेस की भव्य प्रतिमा का अनावरण Kangra News
Netaji Subhash Chandra Bose नेताजी सुभाष चंद्र बाेस की 125वीं जयंती पर पालमपुर के सुभाष चाैक में नेताजी की नई प्रतिमा का अनावरण किया गया। प्रतिमा का अनावरण इंदु गाेस्वामी ने क्षेत्र के प्रसिद्ध गुरु अमर ज्याेति व मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री विश्वास कैलाश सारंग की उपस्थिति में किया।
पालमपुर, जेएनएन। नेताजी सुभाष चंद्र बाेस की 125वीं जयंती पर पालमपुर के सुभाष चाैक में नेताजी की नई प्रतिमा का अनावरण किया गया। प्रतिमा का अनावरण राज्यसभा सांसद इंदु गाेस्वामी ने क्षेत्र के प्रसिद्ध गुरु अमर ज्याेति व मध्य प्रदेश सरकार में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग, विधायक आशीष बुटेल सहित स्थानीय प्रशासन एवं भाजपा नेताओं की उपस्थिति में किया। पूर्व में स्थापित प्रतिमा काे जनसहयाेग से भव्य प्रतिमा में परिवर्तित किया। वहीं इस स्थल का सुंदरीकरण भी किया गया। इसमें लाखाें रुपये जनसहयाेग से खर्च किए
गए हैं। अपने संबाेधन में मध्य प्रदेश सरकार में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने दुष्यंत त्यागी की पंक्तियाें से अपना संबाेधन शुरू किया। उन्होंने कहा हो गई है पीर पर्वत सी पिघलनी चाहिए, इस हिमालय से कोई गंगा निकलनी चाहिए। मेरे सीने में नहीं तो तेरे सीने में सही, हो कहीं भी आग, लेकिन आग जलनी चाहिए।
उन्हाेंने उपस्थित जनता से नेताजी सुभाष चंद्र बाेस काे आत्मसात करने और देश के लिए सर्वस्व न्याेछावर करने वाले क्रांतिकारियों को याद रखने का आह्वान किया। उन्हाेंने युवाओं काे स्वतंत्रता सैनानियाें से दिशा लेकर निश्चित रूप से देश की दशा काे बदलने की बात कही। उन्हाेंने बताया तीन दिनाें से स्वामी जी के आश्रम में ठहरा हूं व आश्रम में भी नेताजी की सुंदर जीवंत और बाेलती प्रतिमा की स्थापना की गई है। उन्हाेंने कहा सुभाष चंद्र बोस कह गए थे कि तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा। लेकिन अब समाज के लिए नहीं, बल्कि देश के लिए जीना होगा।
राज्यसभा सांसद इन्दु गोस्वामी ने कहा नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती काे पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सभी स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मान देने के लिए आभार व्यक्त किया। प्रधानमंत्री ने लोगों के मन में स्वतंत्रता सेनानियाें काे याद करने का जज्बा जगाया है। पालमपुर नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की प्रतिमा स्थल का नाम सुभाष चौक रखा गया था, क्योंकि यहां के अनेक लाेगाें ने नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की आजाद हिंद फौज में अपनी सेवाएं दी थीं। यह प्रतिमा आगामी पीढ़ियों व युवा पीढ़ी को प्ररेणा देती रहेगी।
कंडबाड़ी आश्रम के स्वामी अवतार अमर ज्याेति ने कहा नेताजी सुभाष चंद्र बाेस ने हमें आजादी दिलाई थी।
लेकिन आजादी के इतने वर्षाें बाद भी यह आजादी अधूरी है। उन्हाेंने युवा पीड़ी काे स्वतंत्रता सैनानियाें व धर्म गुरुओं के रास्ते पर चलने का आह्वान किया।
विधायक आशीष बुटेल ने जयंती पर नेताजी की नई प्रतिमा स्थापित करने के लिए आर्थिक सहयाेगियाें व प्रशासनिक अधिकारियाें के प्रयासाें की सराहना की। उन्होंने कहा शहर में स्वतंत्रता सेनानियाें, महान हस्तियाें व शहीद सैनिकाें की प्रतिमाएं स्थापित की गईं हैं। इस माैके पर वूल फेडरेशन अध्यक्ष त्रिलाेक कपूर, मंडल अध्यक्ष अभिमन्यू भट्ट, हिमांशु मिश्रा, सुरेंद्र ठाकुर, अरविंद शर्मा, संजीव साेनी, घनश्याम शर्मा, पूर्व सैनिक लीग के अध्यक्ष सीडी सिंह गुलेरिया, प्रवक्ता कुलदीप राणा सहित पूर्व सैनिक व भाजपा कार्यकर्ता माैजूद रहे।