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ननावीं के बृजेश को मरणोपरांत मिला शौर्य चक्र, 26 अक्तूबर 2018 को पुंछ में हुए थे शहीद

बंगाणा के धातोल पंचायत के गांव ननावीं के बलिदानी बृजेश कुमार को मरणोपरांत शौर्य चक्र से नवाज़ा गया है। देश के महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोंविद ने बलिदानी बृजेश कुमार की धर्मपत्नी श्वेता कुमारी को दिल्ली राष्ट्रपति भवन में शौर्य चक्र प्रदान किया है।

By Richa RanaEdited By: Published: Tue, 23 Nov 2021 05:00 PM (IST)Updated: Tue, 23 Nov 2021 05:00 PM (IST)
ननावीं के बृजेश को मरणोपरांत मिला शौर्य चक्र, 26 अक्तूबर 2018 को पुंछ में हुए थे शहीद
ननावीं के बलिदानी बृजेश कुमार को मरणोपरांत शौर्य चक्र से नवाज़ा गया है।

बंगाणा,राकेश राणा। उपमंडल बंगाणा के धातोल पंचायत के गांव ननावीं के बलिदानी बृजेश कुमार को मरणोपरांत शौर्य चक्र से नवाज़ा गया है। देश के महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोंविद ने बलिदानी बृजेश कुमार की धर्मपत्नी श्वेता कुमारी को दिल्ली राष्ट्रपति भवन में शौर्य चक्र प्रदान किया है।

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अमर शहीद बृजेश कुमार उपमंडल बंगाणा के मात्र चार किलोमीटर की दूरी पर ननावीं गांव से संबंध रखते थे। 26 अक्टूबर 2018 में भारत पाक सीमा पर जम्मू के पुंछ सेक्टर में जब सेना की आतंकवादियों से मुठभेड़ हुई। घायल अवस्था में भी अमर बलिदानी बृजेश कुमार ने दो आतंकवादियों को मार गिराया था और खुद भारत माता की रक्षा करते हुए अपने प्राण देश के लिए कुर्बान कर दिए थे। हर भारतीय महिला के लिए करवाचौथ का व्रत धार्मिक ग्रथों में बड़ा महत्व रखता है। लेकिन जिस दिन अमर शहीद बृजेश कुमार ने 26 अक्टूबर 2018 के देश और भारत माता के लिए बलिदान दिया। उस दिन करवाचौथ का व्रत था। एक तरफ वीर नारी श्वेता कुमारी ने अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखा हुआ था और दूसरी तरफ उसका वीर पति भारत की सीमा पर देश के 135 करोड़ की रक्षा के लिए ड्यूटी दे रहा था।

जब वीर सैनिक की पत्नी को अपने सुहाग के बलिदान का समाचार मिलता है। तो उस समय ऐसी वीर नारी पर क्या गुजरी होगी। लेकिन देश के लिए बलिदान देने वाले अमर बलिदानी की धर्मपत्नी का हौसला नहीं डगमगाया और सीने पर पत्थर रखकर अपने अमर बलिदानी बृजेश कुमार की अंतिम यात्रा में शामिल हुई और सच्ची श्रद्धाजंलि दी। अमर बलिदानी बृजेश कुमार की दो बेटियां है। जबकि उसकी छोटी बेटी का जन्म बृजेश कुमार के देश के लिए बलिदान देने के बाद हुआ है। राज्य सरकार के कैबिनट मंत्री वीरेंद्र कंवर द्वारा सैनिक बृजेश कुमार के राजकीय सम्मान के समय ननावीं में बलिदानी बृजेश के नाम पर मुख्य द्वार, बृजेश कुमार की धर्मपत्नी को सरकारी नौकरी और उनके परिवार को सरकार की तरफ से 20 लाख की धनराशि का अनुदान यह सभी घोषणाएं पूर्ण हो चुकी हैं।

बलिदानी बृजेश कुमार की धर्मपत्नी सरकारी स्कूल ललड़ी में बतौर टीजीटी आर्ट्स की शिक्षिका नियुक्त हुई है। ननावीं में मुख्य द्वार शहीद बृजेश कुमार के नाम से बन चुका है और जिसका उद्घघाटन कैबिनेट मंत्री वीरेंद्र कंवर ने शहीद बृजेश कुमार की धर्मपत्नी श्वेता कुमारी ने किया था।


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