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लजीज व्‍यंजन ही नहीं अब दवा के रूप में भी बाजार में मिलेगा मशरूम, मुंह व गले के संक्रमण को करेगा दूर

Mushroom Medicine मशरूम लजीज व्यंजन ही नहीं अब दवा की तरह भी बाजार में मिलेगा। शिटाके मशरूम के पाउडर से बनाई दवा मुंह के बैक्टीरिया को खत्म करेगी।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Sun, 30 Aug 2020 09:28 AM (IST)Updated: Sun, 30 Aug 2020 09:39 AM (IST)
लजीज व्‍यंजन ही नहीं अब दवा के रूप में भी बाजार में मिलेगा मशरूम, मुंह व गले के संक्रमण को करेगा दूर
लजीज व्‍यंजन ही नहीं अब दवा के रूप में भी बाजार में मिलेगा मशरूम, मुंह व गले के संक्रमण को करेगा दूर

सोलन, सुनील शर्मा। मशरूम लजीज व्यंजन ही नहीं, अब दवा की तरह भी बाजार में मिलेगा। शिटाके मशरूम के पाउडर से बनाई दवा मुंह के बैक्टीरिया को खत्म करेगी। साथ ही गले के संक्रमण में भी राहत देगी। हिमाचल प्रदेश के सोलन स्थित शूलिनी विश्वविद्यालय की शोधार्थी ईशा शर्मा ने ऐसी दवा बनाने का दावा किया है। दवा का लैब ट्रॉयल सफल रहा है, अब क्लीनिकल ट्रॉयल किया जाएगा। यह ट्रॉयल भी सफल रहा तो दवा को बाजार में जल्द उपलब्ध करवा दिया जाएगा। खास बात यह है कि बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक इसे खा सकेंगे। इससे मुंह की बदबू खत्म होगी और दांत दर्द में भी राहत मिलेगी।

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इस दवा का फायदा उन्हें भी होगा जिन्हें मशरूम खाने से एलर्जी होती है। मशरूम से वे सभी तत्व निकाल लिए जाते हैं जिनसे इंसान को किसी तरह की एलर्जी हो सकती है। मशरूम की गोलियां एंटीबॉयोटिक दवाओं से अधिक सुरक्षित और प्रभावी होंगी। एंटीबॉयोटिक दवाओं का कोई खास लक्षित अंग नहीं होता और इनसे विपरीत प्रभाव भी पड़ते हैं लेकिन जो गोलियां बनाई हैं, उनके लिए मुंह को टारगेट एरिया बनाया है और बाकी शरीर के लिए भी यह लाभकारी होंगी। 

कैसे तैयार हुई दवा

ईशा शर्मा ने शिटाके मशरूम को कुछ समय तक पानी में रखने के बाद उसके गुणों को बाहर निकाला। इसमें इनएक्टिव मैग्नीशियम सल्फेट की तरह के केमिकल शामिल किए। यह केमिकल नुकसानदेय नहीं होते। इसके बाद पाउडर बनाया। मशरूम में कई गुण होते हैं जिन्हें बीमारियों के उपचार में सहायक माना जाता है।

शिटाके मशरूम में कई गुण

शिटाके मशरूम शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। कोलेस्ट्रोल कम करने के साथ कैंसर सेल को खत्म करता है और एंटी बैक्टीरियल है। इसमें काफी मात्रा में विटामिन, मिनरल व जिंक जैसे तत्व होते हैं।

कैंसर के उपचार की दवा की तरफ बढ़ेंगे

शूलिनी विश्वविद्यालय में डिपार्टमेंट ऑफ बॉयोटेक्नोलॉजी की सहायक प्रोफेसर आस्था त्रिपाठी ने बताया इस प्रोजेक्ट पर चंबा निवासी पीएचडी की शोधार्थी ईशा शर्मा काम कर रही हैं। इसका पेटेंट इसी वर्ष जनवरी में करवा दिया था। इसके सफल ट्रायल के बाद मशरूम से कैंसर के उपचार की दवाओं की तरफ बढ़ा जाएगा।


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