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कोरोना संकटकाल में कारोबारियों व होटलियर्स के बिल माफ करने का प्रस्‍ताव पारित, सरकार लेगी फैसला

Businesman and Hoteliers नगर निगम ने शहर के कारोबारियों से लेकर होटलियर्स के पानी कूड़ा किराया व टैक्स के बिलों को माफ करने का प्रस्ताव सरकार को भेज दिया है। राज्य सरकार की ओर से अब ये फैसला लिया जाना है।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Published: Sun, 30 May 2021 10:29 AM (IST)Updated: Sun, 30 May 2021 10:29 AM (IST)
कोरोना संकटकाल में कारोबारियों व होटलियर्स के बिल माफ करने का प्रस्‍ताव पारित, सरकार लेगी फैसला
नगर निगम ने कारोबारियों से लेकर होटलियर्स के बिलों को माफ करने का प्रस्ताव सरकार को भेज दिया है।

शिमला, जागरण संवाददाता। नगर निगम ने शहर के कारोबारियों से लेकर होटलियर्स के पानी, कूड़ा, किराया व टैक्स के बिलों को माफ करने का प्रस्ताव सरकार को भेज दिया है। राज्य सरकार की ओर से अब ये फैसला लिया जाना है। शहर में अप्रैल से लेकर जून तक जो लोग अपने पानी व कूड़े कि बिल जमा नहीं करवा सकें हैं, उन्हें पेनल्टी नहीं लगाई जाएगी। शहर में आइजीएमसी में कोरोना से मरे लोगों का अंतिम संस्कार कर रहे कर्मचारियों को प्रति संस्कार दो हजार रुपये नगर निगम देगा।

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शनिवार को मेयर सत्या कौंडल की अध्यक्षता में हुई बैठक में शहरी विकास मंत्री सुरेश भारदाज भी आन लाइन जुड़े। बैठक में शिमला के कारोबारियों और होटलियर के बिजली, पानी, कूड़ा और प्रापर्टी टैक्स के बिल माफ करने का मुद्दा निगम पार्षद व व्यापार मंडल के अध्यक्ष इंद्र जीत सिंह व दिवाकर देव शर्मा ने उठाया। पार्षदों ने कहा कि कोरोना कफ्र्यू से कारोबार ठप पड़ा है। दुकानें ओर होटल व्यवसाय पूरी तरह से बंद है।

कारोबारी अपना घर तो चला रहे हैं लेकिन उनको कर्मचारियों को वेतन देना भी मुश्किल हो गया है। बैंक से ऋण लेकर कारोबार करने वाले कारोबारियों को बिजली, पानी कूड़ा, किराया या टैक्स नहीं बल्कि बैंकों की किस्तें व ब्याज भी सता रहा है। पार्षदों ने सदन से बिल माफ करने की मांग की है।

मंत्री ने बैठक में ही दिए प्रस्ताव भेजने के निर्देश

शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि कर्फ्यू से कारोबार प्रभावित हुआ है। ऐसे में कारोबारियों ओर दुकानदारों की बिल माफ करने की मांग भी जायज है। मंत्री ने निगम प्रशासन को प्रस्ताव पारित कर सरकार को भेजने के निर्देश दिए है। उन्होंने कारोबारियों को भरोसा दिलाया है कि वह स्वयं इस मामले को सरकार के समक्ष रखेंगे। इससे शहर के लोगों को राहत मिल सकेगी। निगम आयुक्त आशीष कोहली ने कहा कि लोग कूड़े टैक्स ओर पानी का बिल आनलाइन जमा करवा सकते है। घर बैठे ही बिल का भुगतान किया जा सकता है।

कर्मचारियों के प्रयासों की सराहना की

मेयर सत्या कौंडल ने कहा कि कोरोनाकाल में नगर निगम  के अधिकारियों और कर्मचारियों ने बेहतर कार्य किया है। साथ ही नगर निगम ने कनलोग में मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए अतिरिक्त शेड की व्यवस्था की है। अंतिम संस्कार में कोई परेशानी नहीं आये। मेयर ने पार्षदों को बताया कि नगर निगम कनलोग में मृतकों के दाह संस्कार में सहयोग करने वाले कर्मचारियों को दो हजार रुपये प्रति शव देता है। इसमें दो कर्मचारी नगर निगम व दो कर्मचारी नगर निगम के होते हैं। बैठक में डिप्टी मेयर शेलिन्दर चौहान, निगम अतिरिक्त आयुक्त अजीत भारद्वाज सहित अन्य अधिकारियों ने भाग लिया जबकि पार्षद ऑनलाइन जुड़े रहे।

पार्षद ने मुख्यमंत्री राहत कोष में दान किया वेतन

टुटू वार्ड से पार्षद विवेक शर्मा ने बैठक में ही अपने मासिक वेतन को मुख्यमंत्री राहत कोष में दान करने में फैसला लिया। पार्षद ने प्रशासन को उनके मानेदय को राहत कोष में ट्रांसफर करने की मांग की।

मज्यात में सीवरेज कार्य पर देरी पर भड़के पार्षद

मज्यात वार्ड में लोगों को सीवरेज सुविधा नहीं मिल पा रही है। वार्ड के लोगों के लिए भरयाल में एसटीपी का निर्माण किया जाना है। ये कार्य लंबे समय से लटका हुआ है। इस पर  पार्षद ने सदन में नाराजगी जताई और जल्द ही काम शुरू करने की मांग की है।


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