सांसद ने स्मार्ट सिटी के अधिकारियों को सुझावों पर दिए कार्रवाई के निर्देश, स्मार्ट लाइटों से रोशन होगा शहर
Dharamshala Smart City स्मार्ट सिटी लिमिटेड धर्मशाला की विभिन्न परियोजनाओं की कमियों को दूर करने के साथ कई परियोजनाओं को धरातल पर लाने की दिशा में काम भी शुरू हो गया है।
धर्मशाला, जेएनएन। स्मार्ट सिटी लिमिटेड धर्मशाला की विभिन्न परियोजनाओं की कमियों को दूर करने के साथ कई परियोजनाओं को धरातल पर लाने की दिशा में काम भी शुरू हो गया है। कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के सांसद किशन कपूर ने जिला ग्रामीण विकास अभिरकण के सभागार में आयोजित स्मार्ट सिटी की एडवायजरी फोरम की बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान उन्होंने पिछली बैठक में आए सुझावों के साथ दिए गए निर्देशों पर हुई कार्रवाई को लेकर समीक्षा की।
बैठक में स्मार्ट सिटी के सीईओ कम एमडी प्रदीप ठाकुर ने एडवायजरी फोरम के सभी सदस्यों को अवगत करवाया कि इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर, ई-बसें सहित कई बड़ी परियोजनाओं को हाल ही में शिमला में हुई बीओडी की बैठक में मंजूरी मिल गई है, जहां इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की सभी सुविधाओं की ऑनलाइन कमांड इस सेंटर में होगी। वहीं जल्द ही एचआरटीसी के सहयोग से जिले में 15 इलेक्ट्रिक बसें दौड़ेंगी। इसके लिए जल्द ही एचआरटीसी के साथ एमओयू होगा और दस चार्जिंग स्टेशन भी बनेंगे। इसके लिए स्मार्ट सिटी ने अपनी ओर से कार्य भी शुरू कर दिया है। हालांकि इसके लिए अभी सर्वे होना शेष है।
सात हजार स्मार्ट स्ट्रीट लाइटें लगेंगी
वहीं भविष्य में यातायात जाम की समस्या से निपटने को लेकर मैक्लोडगंज-धर्मकोट, माउंटेर्निंग इंस्टीट्यूट से चर्च, कैमल ट्रैक पैदल जबकि हीरू दुसालनी के लिए भी सड़क मार्गों का निर्माण किए जाने के साथ दलाईलामा मंदिर व बस स्टैंड सहित करीब तीन बड़ी पार्किंगों का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा स्मार्ट सिटी से पूरे शहर में सात हजार स्मार्ट स्ट्रीट लाइट लगाई जाएंगी। नड्डी के पास रूट जोन ट्रीटमेंट प्लंट के अलावा शहर के सेप्टिक टैंकों की ट्रीटमेंट के लिए एफएसएसएम प्लांट भी बनेगा।
इन्होंने दिए सुझाव
- होटल एंड एसोसिएशन अप्पर धर्मशाला के अध्यक्ष अश्वनी बांबा ने अपना सुझाव दिया कि पिछले कुछ सालों में पर्यटन कारोबार कम हुआ है। जिसकी वजह मैक्लोडगंज में लगने वाला जाम है। पांच से छह घंटे तक पर्यटकों के यहां फंसने के कारण वह दोबारा आना नहीं चाहते। इसलिए इसके लिए वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था करनी होगी।
- प्रणव सचदेवा ने बेसहारा पशुओं व आवारा कुत्तों की समस्या से निजात दिलाने के साथ-साथ घरेलू कुत्तों के पंजीकरण किए जाने का सुझाव दिया।
- वेस्ट वारियर्स की इतोशा चट्टर्जी ने भूमिगत कूड़ेदान के तहत लगाए गए अलग-अलग कचरे को रखने के बारे में जागरूक किए जाने का सुझाव दिया और साथ ही वर्करों व सुपरवाइजरों को प्रशिक्षण देने की बात की, जिन्हें उपरोक्त जिम्मेवार यानी सूखे व गीले कचरे को अलग-अलग करवाने की जिम्मेवारी दे रही है, जिससे कि शहर के लोग भी जागरुक हो सकें।
पिछली बैठक में जो सुझाव आए थे, उसके तहत कमियों को दूर किया गया और हम आगे निकले हैं। कुछ काम शुरू किए गए हैं। स्मार्ट सिटी में जो काम चल रहे हैं, कुछ कार्यों की गति कोविड-19 में लेबर की समस्या से धीमी पड़ी थी। अब लेबर आ रही है, तो इन कार्यों में आगे बढ़ रहे हैं। कोविड-19 खत्म होने पर बहुत से काम धरातल पर होंगे। पिछली और आज की बैठक में बहुत अंतर है, जो औपचारिकताएं पूरी की जानी थी, उन्हें किया जा रहा है, जहां तक बात है विधायक व पार्षदों के न आने की तो उनकी अपनी व्यवस्थाएं हो सकती हैं। -किशन कपूर, सांसद कांगड़ा संसदीय क्षेत्र।