देश के लिए नगीने तराश रहीं पर्वतारोही आकृति, युवाओं को नशे से दूर रहने का भी दे रहीं संदेश
नूरपुर के सुल्याली पंचायत की पर्वतारोही आकृति हीर ने युवाओं को देश सेवा के लिए तैयार करने के लिए सुल्याली में अकादमी शुरू की है।
धर्मशाला, जेएनएन। नूरपुर के सुल्याली पंचायत की पर्वतारोही आकृति हीर ने युवाओं को देश सेवा के लिए तैयार करने के लिए सुल्याली में अकादमी शुरू की है। क्षेत्र के युवक व युवतियों को सेना भर्ती के लिए तैयार किया जा रहा है। आकृति हीर ने बताया कि उनके क्षेत्र में अधिकतर युवा या तो मोबाइल फोन पर व्यक्त रहते हैं या नशे की चपेट में आ गए हैं। युवाओं को इन दोनों की आदतों से दूर रखने के उद्देश्य से उन्होंने 'लक्ष्य अकादमी ' शुरू की है। इसके लिए उन्होंने सेना से सेवानिवृत्त कुलदीप राणा से संपर्क किया। अब वे युवक व युवतियों को आर्मी, पुलिस, पैरामिलिट्री, नेवी व फॉरेस्ट गार्ड आदि बनने का प्रशिक्षण दे रहे हैं।
उन्होंने बताया अकादमी में बच्चों की जरूरत के अनुसार सारी सुविधाएं दी जा रही हैं। प्रति व्यक्ति 2500 रुपये फीस निर्धारित की है। परिवार की आर्थिक स्थिति को देखते हुए युवतियों को कुछ छूट भी दी जा रही है।
सेवानिवृत्त कुलदीप राणा ने बताया कि उनका लक्ष्य उनके इलाके के युवा वर्ग को अच्छा प्रशिक्षण देकर सेना में सेवा करने का अवसर प्रदान करवाना है, ताकि युवा पीढ़ी नशे से दूर रहे।
2012 में फतह किया था माउंट एलब्रस
आकृति हीर स्कूली समय में एनसीसी सात पंजाब बटालियन की बेस्ट कैडेट रही हैं। आकृति ने 2012 में (नेहरू पर्वतारोहण संस्थान, उत्तरकाशी, उत्तराखंड) से पर्वतारोहण की ट्रेनिंग ली थी। आकृति हीर यूरोप के सबसे ऊंचे पर्वत माउंट एलब्रस को फतह करने वाली मात्र 20 वर्ष की भारत की प्रथम युवा महिला पर्वतारोही हैं। आकृति का नाम लिम्का बुक ऑफ वलर्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है।
27 युवाओं को दिया जा रहा प्रशिक्षण
मौजूद समय में आकृति 27 युवाओं को प्रशिक्षण दे रही हैं। इनमें 17 युवक और 10 युवतियां शामिल हैं। करीब 10 दिन पहले ही यह अकादमी शुरू की गई है। प्रशिक्षण में रनिंग, पुश अप, स्ट्रेचिंग आदि युवाओं से करवाई जाती है।