फर्जी कंपनी के खाते में डाले जाते थे ठगे हुए पैसे, झारखंड के आरोपित ने उगले यह राज
आनलाइन ठगी के मामले में गिरफ्तार झारखंड के आरोपित युवक फर्जी कंपनी चलाकर लोगों से ठगी करता था। आर एंड पी इंट्ररप्राइजेज के नाम से बनी इस कंपनी में लोगों का पैसा ट्रांसफर किया जाता था और बाद में स्वैप मशीन से जरिए अपनी गैंग के सदस्यों को देता था।
मंडी, जागरण संवाददाता। आनलाइन ठगी के मामले में गिरफ्तार झारखंड के आरोपित युवक फर्जी कंपनी चलाकर लोगों से ठगी करता था। आर एंड पी इंट्ररप्राइजेज के नाम से बनी इस कंपनी में लोगों का पैसा ट्रांसफर किया जाता था और बाद में स्वैप मशीन और क्रेडिट कार्ड के जरिए अपनी गैंग के सदस्यों को देता था।
मंडी के मसरेन के व्यक्ति से हुई डेढ़ लाख की ठगी के पैसे को भी ऐसे ही बांटा गया। 26 आरोपित लालू कुमार दास पुत्र मोती लाल निवासी बरोटाड डाकघर बुयोडी तहसल गांडेय जिला गिरिडीह, झारखंड कुछ समय तक बैंक में नौकरी कर चुका था और उसे पता था कि स्वैप मशीन से होने वाले लेन-देन को पकडऩा आसान नहीं है। झारखंड सहित अन्य राज्यों में इसके खिलाफ 13 मामले दर्ज हैं। इसके नेटवर्क में 10 से 15 लोग शामिल हैं। झारखंड पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई के बाद उन्होंने अपने ठिकाने छोड़कर दिल्ली, हरियाणा व राजस्थान के सीमांत इलाकों से ठगी करना शुरू की। ठगे हुए पैसों को स्वैप करके यह अपने साथियों के खातों में डालता था। प्रत्येक व्यक्ति को 10 से 15 हजार रुपये तक मिलते थे। आरोपित के चार खातों से भी 25 लाख की राशि मिली है। हिमाचल के अन्य इलाकों के लोगों से भी इन्होंने ठगी की है। अब पुलिस इन मामलों का पता लगाएगी साथ ही इसके साथियों की तलाश भी करेगी, ताकि इस रैक्ट का पर्दाफाश हो सके। एएसपी प्रोवेशनल विवेक चैहल ने कहा कि पुलिस मामले की गहराई से छानबीन कर रही है। साथ ही आरोपित ने ठगे पैसे किसे किसे भेजे हैं इसकी भी जांच की जा रही है।