जहरीली शराब मामले में पुलिस की संलिप्तता की जांच की उठी मांग, इन अधिकारियों को SIT में शामिल किया जाए
Mandi Poisonous Liquor Case सुंदरनगर के जहरीली शराब कांड मामले में पुलिस की संलिप्तता की जांच करवाने की मांग तेज हो गई है। उपमंडल की खुराहल पंचायत के सुरेश कुमार ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर इस पूरे मामले में पुलिस की संलिप्तता की जांच करवाने की मांग की है
मंडी, जागरण संवाददाता। Mandi Poisonous Liquor Case, सुंदरनगर के जहरीली शराब कांड मामले में पुलिस की संलिप्तता की जांच करवाने की मांग तेज हो गई है। उपमंडल की खुराहल पंचायत के सुरेश कुमार ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को पत्र लिख कर इस पूरे मामले में पुलिस की संलिप्तता की जांच करवाने की मांग की है। उन्होंने मामले की जांच के लिए गठित एसआइटी में निष्पक्ष व ईमानदार पुलिस अधिकारियों को शामिल करने की मांग की है, जिनकी नशीले पदार्थों के काराेबारियों की कमर तोड़ने में अहम भूमिका रही है। सुरेश कुमार ने पुलिस के पूर्व अधिकारी पर नशा माफिया को संरक्षण व बढ़ावा देने के आराेप लगाए हैं।
बकौल सुरेश कुमार, उक्त पुलिस अधिकारी ने माफिया पर कार्रवाई करने के बजाय उल्टा शिकायतकर्ताओं पर मामले दर्ज किए हैं। जघन्य अपराध के हर छोटे बड़े मामलों को दबाया है। थाना सुंदरनगर, बीएसएल कालोनी, पुलिस चौकी सलापड़ व डैहर में तैनात पुलिस अधिकारियों व जवानों की नशा माफिया के साथ मिलीभगत होने पर उन्हें यहां से अविलंब स्थानांतरित करने की मांग की है।
सुरेश कुमार का आरोप है कि अवैध शराब का कारोबार पंचायत प्रतिनिधियों व पुलिस की मिलीभगत से हो रहा है। कई बार पुलिस सहायता वाट्सएप नंबर पर शिकायत दर्ज करवाई गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। आरोपितों पर गैर इरादतन हत्या के बजाय हत्या का मामला दर्ज किया जाए।
एसआइटी में बिलासपुर के पूर्व पुलिस अधीक्षक दिवाकर शर्मा, बंजार के पूर्व डीएसपी बिन्नी मिन्हास व नयना देवी के पूर्व डीएसपी अभिमन्यु वर्मा को शामिल करने की मांग की है। इन तीनों पुलिस अधिकारियों की माफिया की कमर तोड़ने में अहम भूमिका रही है।