Move to Jagran APP

Manali-Leh Road: लेह मार्ग पर जोखिम भरा हुआ सफर, खस्‍ताहाल सड़क पर दुर्घटनाग्रस्‍त हो रहे वाहन

Manali Leh Highway Dangerous Journey मनाली लेह मार्ग पर जोखिम बढ़ गया है। मनाली की ओर पटसेउ बारलाचा से लेकर सरचू व पांग तक सड़क की हालत खस्ता हो गई है। खस्ताहाल सड़क ट्रक चालकों पर भारी पड़ रही है।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Published: Sun, 06 Jun 2021 11:21 AM (IST)Updated: Sun, 06 Jun 2021 11:21 AM (IST)
Manali-Leh Road: लेह मार्ग पर जोखिम भरा हुआ सफर, खस्‍ताहाल सड़क पर दुर्घटनाग्रस्‍त हो रहे वाहन
मनाली लेह मार्ग पर दुर्घटनाग्रस्‍त ट्रक। इस मार्ग पर सफर जोखिम भरा हो गया है।

मनाली, जागरण संवाददाता। Manali Leh Highway Dangerous Journey, मनाली लेह मार्ग पर जोखिम बढ़ गया है। मनाली की ओर पटसेउ बारलाचा से लेकर सरचू व पांग तक सड़क की हालत खस्ता हो गई है। खस्ताहाल सड़क ट्रक चालकों पर भारी पड़ रही है। दो दिन पहले बारलाचा से सरचू की ओर उतराई में ट्रक लुढ़क गया। हालांकि चालक भाग्यशाली रहा लेकिन वाहन क्षतिग्रस्त हो गया। 23 मई को भी दारचा से सात किलोमीटर आगे अलुबारी के पास ट्रक सड़क से नीचे जा गिरा। इस दुर्घटना में ट्रक चालक पंजाब निवासी जसवंत सिंह की मौत हो गई थी, जबकि एक व्यक्ति घायल हो गया था।

loksabha election banner

लेह मार्ग पर ट्रक चलाने वाले अधिकतर वाहन चालकों का कहना है कि खस्ताहाल सड़क दुर्घटना का कारण बनी हुई है। वाहन चालक सर्वजीत व जयदेव ने बताया कि बारालाचा दर्रे की बहाली के बाद बीआरओ को जल्द से जल्द सड़क की हालत सुधारनी चाहिए। पतसेउ, बारलाचा, भरतपुर सिटी, सरचू व पांग के पास सड़क में गड्ढे पड़े हैं। बीआरओ इनकी हालत सुधारे। बीआरओ कमंडर कर्नल उमा शंकर ने बताया कि बर्फबारी से कारण सर्दी में सड़क खराब हो जाती है। बीआरओ दर्रों की बहाली के बाद सभी सड़कों की हालत सुधारने में जुट गया है।

शिंकुला दर्रा बहाल, जांस्कर  घाटी से कुल्लू पहुंचना आसान

शिंकुला दर्रा बहाल होते ही जांस्कर घाटी के लोगों को राहत मिल गई है। जांस्कर के लोग अब कारगिल होते हुए लेह न जाकर सीधा शिंकुला दर्रे को पार कर कुल्लू व मनाली पहुंच रहे हैं। इससे पहले जांस्कर घाटी के लोगों को वाया कारगिल लेह होते हुए मनाली आने के लिए 850 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता था। इसे तय करने में तीन दिन लगते थे लेकिन अब मनाली से शिंकुला के लिए लगभग 250 किलोमीटर का ही सफर ही शेष रह गया है। दूसरी ओर पिछले कुछ दिनों से लाहुल व मनाली घाटी में मौसम खराब चल रहा है। हर रोज पहाडिय़ों में हल्की बर्फबारी व घाटी में बारिश हो रही है। इससे जून में भी दिसंबर जैसा मौसम बना हुआ है। खराब मौसम में मनाली-लेह मार्ग पर वाहनों की आवाजाही सुचारु है।

शनिवार को मनाली में दोपहर बाद झमाझम बारिश हुई जबकि उंचे क्षेत्र रोहतांग पास सहित अन्य चोटियों पर ताजा हिमपात हुआ। चोटियों में बर्फबारी और निचले क्षेत्रों में बारिश होने से ठंड बढ़ गई। रोहतांग दर्रे, शेतीघार, हनुमान टिब्बा, देउ टिब्बा, व्यास कुंड मांगण कोट, दशौहर लेक, भृगु लेक, हामटा पास और शिरघन तुंग में ताजा हिमपात हुआ।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.