Make Small Strong: कोरोना संकट में भी नहीं हारी हिम्मत, हालात सामान्य होने पर चमकाया होटल कारोबार
Make Small Strong कोरोना संकट के कारण मार्च में लॉकडाउन लागू होने पर होटल इंडस्ट्री बुरी तरह प्रभावित हुई। करोड़ों के पर्यटन कारोबार का नुकसान हुआ जबकि सरकारी राजस्व में भी करोड़ों की हानि हुई। अब हालात सामान्य होने पर पर्यटन कारोबार फिर धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगा है।
डलहौजी, विशाल सेखड़ी। कोरोना संकट के कारण मार्च में लॉकडाउन लागू होने पर होटल इंडस्ट्री बुरी तरह प्रभावित हुई। करोड़ों के पर्यटन कारोबार का नुकसान हुआ, जबकि सरकारी राजस्व में भी करोड़ों की हानि हुई। अब हालात सामान्य होने पर पर्यटन कारोबार फिर धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगा है। कोरोना काल के दौरान हुए नुकसान से उबरने के लिए पर्यटकों को आकर्षक पैकेज दिए जा रहे हैं। होटल बंद रहने पर भी हिम्मत नहीं हारी और स्टाफ को भी नौकरी से नहीं निकाला। यह कहना है डलहौजी के गांधी चौक के पास होटल मोंगा के मालिक कर्ण मोंगा का।
उनका कहना है कि मार्च में लॉकडाउन होने के बाद भी वह निराश नहीं हुए। सरकार के आदेश का पालन करते हुए होटल को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया। लेकिन स्टाफ को नौकरी से नहीं निकाला। 15 अप्रैल से 15 जुलाई तक पर्यटन सीजन चौपट होने के बावजूद स्टाफ को वेतन सहित होटल के रखरखाव आदि मिलाकर करीब एक से सवा लाख रुपये का खर्च प्रति माह वहन किया। होटल में आने वाले पर्यटकों को भी कोरोना से बचाव के लिए सुरक्षा उपाय अपनाने के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
पर्यटकों को दी जा रही छूट
हालात सामान्य होने के बाद होटल खोलने पर संशय था कि पर्यटक आएंगे या नहीं। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए आकर्षक पैकेज दिए। होटल में ठहरने वाले पर्यटकों को 50 से 55 फीसद तक कमरे के किराये में छूट दी रही है। कोरोना से बचाव के लिए होटल परिसर को दिन में तीन-चार बार सैनिटाइज करने सहित स्टाफ को भी सुरक्षा मापदंड अपनाने के निर्देश दिए हैं। स्टाफ व पर्यटकों के बीच पर्याप्त शारीरिक दूरी बने रहे, इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है। होटल में मेनुअल चेक के बजाय ऑनलाइन चेक की व्यवस्था शुरू की गई है। पूरा लेन-देन ऑनलाइन किया जा रहा है।
जागरूकता पोस्टर भी छपवाए
होटल के कमरों को साफ-सुथरा रखा जा रहा है। कमरों, फर्नीचर व बिस्तर आदि को सैनिटाइज किया जा रहा है। होटल में ठहरने वाले पर्यटक कोरोना से बचाव के लिए क्या करें और क्या न करें, इससे संबंधित जागरूकता पोस्टर छपवाए गए हैं। इन्हें पर्यटक को दिया जाता है। पर्यटकों व स्टाफ की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
नववर्ष तक कारोबार अच्छा होने की उम्मीद
हालात सामान्य होने पर धीरे-धीरे पर्यटन कारोबार पटरी पर लौटने लगा है। अभी तक जितने पर्यटक पहुंच रहे हैं, उससे होटल का खर्च निकल रहा है। उम्मीद है और कोरोना काल के दौरान हुए नुकसान की कुछ फीसद भरपाई जरूर होगी।