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जवाली में बिना दोनों पक्षों की मौजूदगी में एक पक्ष के दे दिया जमीन का कब्‍जा, व्‍यक्ति ने 1100 पर की शिकायत

जवाली में एक जमीन में बिना बिना दूसरी पार्टी की मौजूदगी एक पार्टी को जमीन का कब्‍जा देने का मामला प्रकाश में आया है। पीड़ित अविनाश कुमार पुत्र स्व रशपाल सिंह ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री सेवा संकल्प (1100) जिलाधीश कांगड़ा पुलिस थाना जवाली में भी की है।

By Richa RanaEdited By: Published: Fri, 18 Jun 2021 08:07 AM (IST)Updated: Fri, 18 Jun 2021 08:07 AM (IST)
जवाली में बिना दोनों पक्षों की मौजूदगी में एक पक्ष के दे दिया जमीन का कब्‍जा, व्‍यक्ति ने 1100 पर की शिकायत
जवाली में बिना दूसरी पार्टी की मौजूदगी में एक पार्टी को जमीन का कब्‍जा दे दिया गया है।

जवाली, संवाद सूत्र। जवाली में एक जमीन में बिना दूसरी पार्टी की मौजूदगी एक पार्टी को जमीन का कब्‍जा देने का मामला प्रकाश में आया है। पीड़ित अविनाश कुमार पुत्र स्व रशपाल सिंह ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री सेवा संकल्प (1100), जिलाधीश कांगड़ा, पुलिस थाना जवाली में भी की है। 1100 पर की गई शिकायत नंबर 471348 पंजीकृत है।

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अविनाश कुमार ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में लगे लॉकडाउन में 14 जून 2021 को कुछ छूट मिली जिसमें राजस्व अधिकारी पटवारी अनीता देवी पटवारख़ाना लाहडू और कानूनगो जवाली करतार चंद प्रथम पक्ष अशोक कुमार को साथ लेकर द्वितीय पक्ष अविनाश ठाकुर की ग़ैर मौजूदगी में 15 जून 2021 को सुबह 10 बजे के क़रीब ज़मीन पर कब्‍जा देने पहुंच गए। पीड़ित अविनाश कुमार ने कहा कि दख़ल में सभी पार्टियों का होना ज़रूरी है लेकिन जिस जमीन पर मेरा कब्जा है तो उस जमीन पर मेरी ग़ैर मौजूदगी में बिना बताए कब्‍जा कैसे दिया गया।

पीड़ित अविनाश कुमार ने बताया कि मेरे सिवाए घर में और कोई भी नहीं रहता है। अविनाश कुमार ने बताया कि मैं चंडीगढ़ में प्राइवेट जॉब करता हूं। अविनाश कुमार ने कहा कि मुझे कब्‍जे की सूचना किसी रिश्तेदार से मिली। अविनाश कुमार ने आरोप लगाया कि यह एक सोची-समझी साज़िश के तहत सारी कार्रवाई की गई है। पीड़ित अविनाश कुमार ने जिलाधीश कांगड़ा से गुहार लगाई है कि इसकी जांच करवाई जाए तथा गैर कानूनी ढंग से की गई दखल पर अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।

इस बारे में जिलाधीश कांगड़ा राकेश प्रजापति ने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा हुआ है तो इसकी शिकायत संबंधित एसडीएम या तहसीलदार से की जा सकती है। उन्होंने कहा कि अगर शिकायत मिली तो इसकी जांच करवा कर कार्रवाई की जाएगी।


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