कुल्लू में साइबर सेल ने एक व्यक्ति के लौटाए 25 हजार रुपये, हुआ था साइबर ठगी का शिकार
प्रदेश भर में लगातार साइबर ठगी के मामले सामने आ रहे हैं। इसमें शातिर नए नए तरीके अपनाकर लोगों को जाल में फंसा कर उनके खातों से पैसे उड़ाकर उन्हें कंगाल बना रहे हैं। इसके लिए साइबर सेल की टीम भी लगातार कार्य कर रही है।
कुल्लू ,संवाद सहयोगी। प्रदेश भर में लगातार साइबर ठगी के मामले सामने आ रहे हैं। इसमें शातिर नए नए तरीके अपनाकर लोगों को जाल में फंसा कर उनके खातों से पैसे उड़ाकर उन्हें कंगाल बना रहे हैं। इसके लिए साइबर सेल की टीम भी लगातार कार्य कर रही है और अब तक कई लोगों के पैसे वापिस भी लौटा चुकी है।
ऐसा ही मामला जिला कुल्लू में भी पेश आया। यहां पर 12 जुलाई को साइबर सेल को शिकायत आई जिसमें शिकायकर्ता ने बताया कि उनके खाते से 49 हजार 999 रुपये निकल गए हैं। इसके बाद शिकायकर्ता ने तुरंत इसकी जानकारी साइबर सेल को दी और टीम ने शिकायकर्ता के 35 हजार रूपये वापिस लौटा दिए जबकि अन्य पर कार्य कर रही है।
जानकारी के मुताबिक साइबर सेल कुल्लू को शिकायकर्ता ने बताया कि उन्होंने ई-सिम कार्ड लेना था। इसके लिए मैने गूगल में सर्च किया जिसमें साइबर अपराधियों ने अपना नंबर दिया हुआ था। जिस पर फोन करने पर साइबर अपराधियों ने एनी डेस्क एप्लीकेशन डाउनलोड करने के लिए कहा और उन्होंने बताया कि एक कोड़ आएगा जिससे हमें बताया है। इसके बाद मैने भी एनी डेस्क डाउनलोड किया और ऐप डाउनलोड होते ही मेरे खाते से 49 हजार 999 रुपये निकल गए।
साइबर अपराधियों ने विक्टिम के अकाउंट से 25 हजार रुपये अपने पेटीएम अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए थे। साइबर सेल कुल्लू ने तुरंत कार्रवाई करते हुए साइबर अपराधियों के अकाउंट को ब्लॉक करके शिकायकर्ता के 25 हजार रुपये वापस उनके खाते में रिफंड करवा दिए।
कुल्लू के पुलिस अधीक्षक गरदेव शर्मा ने कहा कि मेरा आम जनता से निवेदन है कि किसी भी अंजान काल पर अपनी कोई भी बैंक की जानकारी शेयर न करें। कभी भी गूगल सर्च करके किसी भी कंपनी का संपर्क न खोजें। इससे साइबर अपराधियों को मौका मिल जाता है। ठगी होने पर तुंरत साइबर सेल को सूचित करें।