रामनगर में 15 घंटे तक नाले में फंसी गाय को क्रांति एनजीओ व अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों ने निकाला
धर्मशाला के पास रामनगर में शनिवार रात एक गाय सड़क के किनारे नाले में जा गिरी। भूखी-प्यासी रात भर बारिश में गाय 15 घंटेे तक वहीं फंसी रही। तब क्रांति एनजीओ (गैर सरकारी संगठन) और अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों की मदद से इस गाय को खींचा गया।
योल, संवाद सहयोगी। धर्मशाला के पास रामनगर में शनिवार रात एक गाय सड़क के किनारे नाले में जा गिरी। भूखी-प्यासी रात भर बारिश में गाय 15 घंटेे तक वहीं फंसी रही। गाय को निकालना काफी मुश्किल था। तब क्रांति एनजीओ (गैर सरकारी संगठन) और अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों की मदद से इस गाय को खींचा गया। यह एक मिसाल है कि अपने आसपास के बेसहारा पशुओं की मदद जरूर करें।
क्रांति संस्था के संस्थापक धीरज महाजन ने बताया कि इस तरह किसी बेजुबान के लिए अपनी जान जोखिम में डाल कर उसकी जान बचाने के बाद जो सुकून मिलता है उसकी तुलना किसी से नहीं की जा सकती। इस मुहिम में क्रांति एनजीओ के संस्थापक धीरज महाजन और अग्निशमन विभाग के कर्मचारी शिव चरणदास, अशोक कुमार, एसपीसी राजेंद्र ने बढ़चढ़ कर साथ दिया। जब भी कोई बेजुबान इस तरह से मुश्किल में होता है या चारे की समस्या होती है तो यह संस्था आगे हाथ बढ़ाकर मदद करती है। चाहे पशु, पक्ष्ाी या जानवर कुछ भी हो, उसके लिए क्रांति की टीम हमेशा तैयार रहती है। ऐसी ही घटना जब रामनगर में हुई और उसकी सूचना क्रांति संस्था को मिली तो संस्था के पदाधिकारियों ने वहां पहुंचकर स्थिति देखी। नाला ज्यादा गहरा था, ऐसे में अग्निश्मन विभाग के कर्मचारियों की सेवाएं ली। जिसमें क्रांति संस्था व अग्निशमन कर्मचारियों ने गोसेवा करके मानवता का परिचय दिया।
लोगों से किया मदद का आहवान
क्राांति एनजीओ के संस्थापक धीरज महाजन ने कहा कि लोगों को मानवता का धमर् निभाते हुए बेजुबान पशुओं की सहायता करनी चाहिए। मुसीबत में ये जानवर सिर्फ इन्सानों की मदद के ऊपर ही तो निर्भर रहते हैं। अगर कहीं भी कोई पशु मुसीबत में हो तो उन्हें बता सकते हैं। मदद करने के लिए वह हमेशा तत्पर रहते हैं। एनजीअो का यह प्रयास भविष्य में भी इसी तरह जारी रहेगा।