जानिए क्यों, गौ संरक्षण की मुहिम चलाने वाले सचिन ओबराय व कांग्रेस नेता अनिंद्र सिंह के खिलाफ दाखिल की गई चार्जशीट
जिला सिरमौर के पांवटा साहिब में गौ संरक्षण की मुहिम चलाने वाले सचिन ओबराय के साथ कांग्रेस नेता अनिंद्र सिंह नाटी के खिलाफ अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी गई है। नगर परिषद पांवटा साहिब के कार्यकारी अधिकारी रंजीत सिंह बेदी की शिकायत पर अक्टूबर में मामला दर्ज किया था।
नाहन, जागरण संवाददाता। जिला सिरमौर के पांवटा साहिब में गौ संरक्षण की मुहिम चलाने वाले सचिन ओबराय के साथ कांग्रेस नेता अनिंद्र सिंह नाटी के खिलाफ अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी गई है। हालांकि, नगर परिषद पांवटा साहिब के कार्यकारी अधिकारी रंजीत सिंह बेदी की शिकायत पर अक्टूबर में ही मामला दर्ज कर लिया गया था, लेकिन अब अदालत में चार्जशीट पहुंची है।
नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी रंजीत सिंह ने पुलिस को लिखी शिकायत में कहा था कि 16 अक्टूबर को सचिन ओबराय ने नगर परिषद के रामलीला मैदान में गौ संरक्षण की मुहिम के तहत शांतिपूर्ण प्रदर्शन व विश्व शांति के लिए हवन करने के लिए अनुमति मांगी थी। लेकिन सचिन ओबराय ने अनुमति की अवहेलना करते हुए 18 अक्टूबर को इंटरनेट मीडिया में एक पोस्ट डाली कि 19 अक्टूबर से मैदान का अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल के लिए उपयोग करने जा रहे हैं। उन्होंने तुरंत ही इसकी अनुमति को रद कर दिया था। अनुमति रद होने के बावजूद व्यापार मंडल के प्रधान व अन्य लोगों ने रामलीला मैदान के गेट का ताला तोडऩे के बाद कब्जा कर लिया। व्यापार मंडल के प्रधान अङ्क्षनद्र सिंह नाटी ने 22 अक्टूबर को सुबह ही मैदान के मुख्य गेट का ताला तोड़कर जबरदस्ती अपने वाहन को मुख्य गेट के बीच लगाकर अतिक्रमण कर लिया, जिससे मैदान में आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया।
वहीं, सचिन ओबराय ने कहा कि जीवन में पहली बार एफआइआर हुई है, लेकिन खुशी इस बात की है कि गौ माता की रक्षा के लिए मुकदमा हुआ है। उन्होंने नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी का धन्यवाद करते हुए कहा कि इस बात की भी प्रसन्नता है कि ईओ ने एफआइआर में गौ माता शब्द का इस्तेमाल तो किया।