Kinnaur Landslide: डीआरडीओ की टीम ने किया घटनास्थल का निरीक्षण, पहाड़ का सफर सुरक्षित करने की कवायद
Kinnaur Landslide हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला किन्नौर में 11 अगस्त को पहाड़ दरकने से हुई तबाही के बाद डीआरडीओ (रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन) की टीम ने घटनास्थल का दौरा किया है। राजमार्ग मंत्रालय के इंजीनियरों की टीम भी इनके साथ निगुलसरी में मौके पर पहुंची।
रिकांगपिओ, एएनआइ। Kinnaur Landslide, हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला किन्नौर में 11 अगस्त को पहाड़ दरकने से हुई तबाही के बाद डीआरडीओ (रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन) की टीम ने घटनास्थल का दौरा किया है। राजमार्ग मंत्रालय के इंजीनियरों की टीम भी इनके साथ निगुलसरी में मौके पर पहुंची। डीआरडीओ के विज्ञानियों ने घटनास्थल का विस्तृत निरीक्षण व अध्ययन किया। राष्ट्रीय राजमार्ग एवं लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता केएल सुमन ने कहा ये टीमें जल्द ही अपनी रिपोर्ट देंगी। टीमों ने घटनास्थल के आसपास भूस्खलन संभावित क्षेत्र का भी अध्ययन किया है।
राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय और डीआरडीओ की टीम ने गहन अध्ययन किया है व उम्मीद जताई जा रही है प्रदेश में लगातार हो रही भूस्खलन की घटनाओं को रोकने के संबंध में भी प्रभावी कदम उठाया जाएगा। बताया जा रहा है डीआरडीओ के विज्ञानी तोड़ निकालने में जुट गए हैं कि लगातार दरक रहे पहाड़ों को किस तरह से रोका जाए। इंजीनियरों व साइंटिस्टों ने गहरी खाई में रस्सी के सहारे उतरकर घटनास्थल पर अध्ययन किया है। दोबारा निगुलसरी जैसी घटना न हो, टीम इसको देखते हुए जरूर प्रभावी नतीजे पर पहुंच सकती है। हिमाचल घूमने आने वाले पर्यटकों सहित स्थानीय लोगों के लिए यह दरकते पहाड़ चिंता का विषय बने हुए हैं। अब विशेषज्ञों के पहुंचने से भूस्खलन की घटनाओं से निजात मिलने की भी उम्मीद जगी है।
11 अगस्त को निगुलसरी में पहाड़ दरकने से एक बस सहित पांच वाहन मलबे की चपेट में आ गए थे। बचाव एवं राहत दल ने मौके से 13 लोगों को जिंदा निकाल लिया था। इसके अलावा सात दिन तक लगातार चले सर्च आपरेशन के दौरान 28 लोगों के शव बरामद किए गए।
निगुलसरी में पहाड़ दरकने से हुए हादसे में 28 लोगों की मौत हुई है। हादसे के सातवें दिन मंगलवार को बचाव दल ने तीन और शव मलबे से बाहर निकाले। जिला प्रशासन की सूची के अनुसार अब कोई भी लापता नहीं है, लेकिन फिर भी कुछ दिन खोज अभियान जारी रखने का निर्णय लिया है।
बुधवार सुबह भी एसडीएम निचार मनमोहन सिंह व डीएसपी भावानगर के नेतृत्व में रेस्क्यू टीम में शामिल एनडीआरएफ, आइटीबीपी व पुलिस जवानों सहित गृहरक्षकों ने खोज अभियान शुरू किया। बुधवार को दोपहर तक कोई और शव बरामद नहीं हुआ है। लेकिन प्रशासन को आशंका है कि कहीं कोई और शख्स हादसे के दौरान मलबे की चपेट में न आया हो, इसलिए सर्च आपरेशन अभी कुछ दिन जारी रखा जाएगा।
उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि अब तक 28 लोगों के शव बरामद कर लिए हैं, लेकिन राहत एवं बचाव कार्य अभी दो या तीन दिन तक जारी रहेगा। एसपी एसआर राणा का कहना है कि सभी लापता लोगों के शवों को निकाल लिया गया है, लेकिन सर्च आपरेशन चलेगा, ताकि कोई भी आशंका न रहे।