भाजपा में ज्वालामुखी की जंग पंद्रह दिन में और बढऩे की आशंका, विधायक समर्थकों ने दिया है अल्टीमेटम
Jawalamukhi BJP भाजपा ज्वालामुखी में उठी चिंगारी अगले पंद्रह दिन में ओर सुलग सकती है। विधायक समर्थक व दूसरे धड़े के नेताओं के बीच चली जंग अब निर्णायक मोड़ में आती दिख रही है। पार्टी व सरकार दोनों के पास ही मामला पहुंच चुका है।
शिमला, जागरण संवाददाता। भाजपा ज्वालामुखी में उठी चिंगारी अगले पंद्रह दिन में ओर सुलग सकती है। विधायक समर्थक व दूसरे धड़े के नेताओं के बीच चली जंग अब निर्णायक मोड़ में आती दिख रही है। पार्टी व सरकार दोनों के पास ही मामला पहुंच चुका है। इस मसले पर दोनों ही तरफ से कोई फैसला नहीं लिया गया तो आने वाले 15 दिनों में भाजपा नेताओं के बीच की दरार ओर गहरी होने की उम्मीद जताई जा रही है। सूत्र बताते हैं कि ज्वालामुखी से ही किसी नेता को आने वाले दिनों में सरकार के निगम व बोर्ड में स्थान मिल सकता है। ऐसा करने के लिए काफी तेजी से काम किया जा रहा है। ज्वालामुखी में बड़े नेताओं की चली जंग में किसकी लॉटरी लगती है, इस पर सभी की नजरें हैं।
पार्टी की ओर से ज्वालामुखी से यदि किसी नेता की सही में तैनाती होती है तो विधायक समर्थक सभी मोर्चों की मोर्चाबंदी और भी मजबूत हो सकती है। ये पूरा मामला हाईकमान, प्रदेश भाजपा और सरकार के पास पहुंच चुका है। विधायक धड़ा अब सरकार या संगठन की ओर से मामले में कोई कार्रवाई करने का इंतजार कर रहा है। इसके लिए अल्टीमेटम दे रखा है। 15 दिन में इस पर कोई फैसला नहीं होता है तो ज्वालामुखी भाजपा में फिर से कुछ बड़ा होने की आशंका व्यक्त की जा रही है।
ज्वालामुखी में युवा व महिला मोर्चा तो पहले ही विधायक की अनदेखी का मामला उठा चुकी है, अब किसान मोर्चा भी इसकी तैयारी में लगा है। वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता शांता कुमार की ओर से भी मामला संगठन व सरकार दोनों के ध्यान में लाया जा चुका है। विधायक रमेश धवाला पहले भी विधायक दल की बैठक से लेकर मुख्यमंत्री से मिलकर इस मसले को उठा चुके हैं। अब संगठन के मोर्चा मामले को उठा रहे हैं।
भाजपा के राज्य अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कहा ये पूरा मामला ध्यान में है। इस पर पहले भी पार्टी काम करती रही है। आने वाले समय में भी जरूरत हुई तो मामले पर वार्ता की जाएगी।