संजय कुंडू का हिमाचल प्रदेश का डीजीपी बनना तय, संघ लोक सेवा आयोग ने दी स्वीकृति
मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुंडू हिमाचल प्रदेश के नए डीजीपी हो सकते हैं। अब बस 30 मई को होने वाली बैठक की औपचारिकता मात्र बची है।
शिमला, जेएनएन। मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुंडू हिमाचल प्रदेश के नए डीजीपी हो सकते हैं। अब बस 30 मई को होने वाली बैठक की औपचारिकता मात्र बची है। उसी दिन नियुक्ति की अधिसूचना भी जारी होगी, क्योंकि 31 मई को मौजूदा डीजीपी एसआर मरडी रिटायर होंगे। संघ लोक सेवा आयोग ने पैनल की स्वीकृति से राज्य सरकार को सूचित कर दिया है।
चयन प्रक्रिया में आयोग की भूमिका पहली बार सामने आई है। आयोग में 26 मई को बैठक हुई थी। इसमें प्रदेश की ओर से मुख्य सचिव अनिल खाची और डीजीपी एसआर मरडी ने भाग लिया था। संजय कुंडू 1989 बैच के आइपीएस हैं। डीजी जेल सोमेश गोयल वरिष्ठता में सबसे ऊपर हैं। वह 1984 बैच के अधिकारी हैं। तीसरे अधिकारी एसआर ओझा भी 1989 बैच के ही हैं।
1988 बैच के तपन कुमार डेका ने हिमाचल आने से इन्कार कर दिया था। पुलिस के सर्वोच्च पद के लिए एस नाम लक्की माना जाता है। इससे पहले संजय कुमार डीजीपी रहे। वह केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर गए तो सोमेश गोयल ने जगह ली। तब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी। गोयल हटे तो एसआर मरडी डीजीपी बने। अब तीन प्रमुख दावेदारों भी एस नाम से ही हैं।
गोयल के कार्यकाल में हुआ था कोटखाई प्रकरणगोयल के कार्यकाल के दौरान कोटखाई का बहुचर्चित छात्रा दुष्कर्म एवं हत्या प्रकरण हुआ था। सत्ता परिवर्तन हुआ तो भाजपा सरकार ने उन्हें हटाकर जेल विभाग का डीजी बनाया। सरकार ने एसआर मरडी को डीजीपी बनाया। हालांकि उनकी पूर्व कांग्रेस सरकार से भी काफी नजदीकियां रही थी। अब संजय कुंडू मुख्यमंत्री की पहली पसंद हैं। सूत्रों के अनुसार नौकरशाही भी इनके पक्ष में है।