Interstate Bus Service: सात महीने बाद एचआरटीसी बसों ने पकड़ी रफ्तार, अन्य राज्यों के लिए सेवाएं शुरू
Interstate Bus Service कोरोना काल में हिमाचल पथ परिवहन निगम की लंबी दूरी की बसों के थमे पहियों ने बुधवार को रफ्तार पकड़ी है। भारी भरकम किराया अदा कर चंडीगढ़ एवं बद्दी आदि गंतव्यों तक पहुंचने वाले यात्रियों ने राहत की सांस ली है।
ऊना/धर्मशाला, जेएनएन। कोरोना काल में हिमाचल पथ परिवहन निगम की लंबी दूरी की बसों के थमे पहियों ने बुधवार को रफ्तार पकड़ी है। भारी भरकम किराया अदा कर चंडीगढ़ एवं बद्दी आदि गंतव्यों तक पहुंचने वाले यात्रियों ने राहत की सांस ली है। प्रारंभिक चरण में हिमाचल पथ परिवहन निगम ने 25 रूटों पर सेवाएं शुरू की हैं। इनमें सभी नॉन एसी बसें ही चलाई जा रही हैं। बुधवार सुबह अन्य राज्यों के लिए बस सेवा शुरू हो गई।
ऊना डिपो ने तीन बसों को चंडीगढ़ के लिए रवाना किया, जबकि एक रूट पंजाब सीमा से होते हुए ऊना वाया नंगल आनंदपुर साहिब होते हुए बद्दी कालका के लिए रवाना हुआ। अंतर्राज्यीय सीमा को पार करते हुए चंडीगढ़ आदि बड़े स्टेशनों तक चली बसों से सबसे ज्यादा राहत पीजीअाइ चंडीगढ़, मोहाली, बद्दी आदि औद्योगिक क्षेत्रों के कामगारों को मिली है।
मंडी जिला के जोगेंद्रनगर बस अड्डा पर सुबह ही यात्री पहुंच गए। अभी दिल्ली के लिए सेवाएं शुरू नहीं की गई हैं, लेकिन चंडीगढ़ सहित पड़ोसी राज्यों के कुछ रूटों के लिए बसें भेजी गईं।
अभी नहीं चले दिल्ली के रूट्स
आइएसबीटी ऊना से बुधवार को अंतर्राज्यीय रूट में फिलहाल तीन चंडीगढ़ व एक बद्दी कालका के रूट को शामिल किया गया है। दिल्ली, हरियाणा तथा पंजाब राज्यों के लिए अभी बसों का आवागमन शुरू नहीं किया गया। जिससे इन स्टेशनों पर जाने वाले यात्रियों को या तो चंडीगढ़ से दिल्ली तो पंजाब के यात्रियों को नंगल जाकर स्थानीय बसों में आगे का सफर तय करना पड़ रहा है।
निजी वाहनों में सफर से मिला छुटकारा
औद्याेगिक क्षेत्रों में काम करने वाले कई कामगारों को बद्दी, नालागढ़, मोहाली, चंडीगढ़ तथा दिल्ली जैसे स्टेशनों पर कई बार अपने निजी या फिर प्राइवेट टैक्सियों में भारी भरकम राशि से किराया देकर सफर करना पड़ रहा
था। अब इंटर स्टेट बस मूवमेंट से सीमित किराये में यात्रियों को देकर गंतव्यों तक पहुंचने में आसानी होगी।
एचआरटीसी ऊना डिपो के प्रबंधक ने बताया प्रारंभिक चरण में चंडीगढ़ के लिए तीन रूट चलाए हैं। एक रूट यहां पूर्व में राज्य के भीतर से होकर बद्दी नालागढ़ एवं कालका पहुंच रहा था। अब पंजाब सीमा से होकर पूर्व की तरह नालागढ़ जाएगा।