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इंद्रूनाग पैराग्लाइडिग साइट से शुरू हुई रोमांच की उड़ान

इंद्रूनाग पैराग्लाइडिग साइट से शुक्रवार को पायलटों ने रोमांच की उड़ान भरी

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Sep 2020 06:41 PM (IST)Updated: Fri, 18 Sep 2020 06:41 PM (IST)
इंद्रूनाग पैराग्लाइडिग साइट से शुरू हुई रोमांच की उड़ान
इंद्रूनाग पैराग्लाइडिग साइट से शुरू हुई रोमांच की उड़ान

जागरण संवाददाता, धर्मशाला : इंद्रूनाग पैराग्लाइडिग साइट से शुक्रवार को पायलटों ने रोमांच की उड़ान भरी। मार्च के बाद फिर से पैराग्लाइडर आकाश में उड़ते दिखे। हालांकि पहले के मुकाबले कम उड़ानें हुई और ज्यादातर स्थानीय व आसपास के जिलों के लोगों ने ही उड़ान का लुत्फ उठाया। पहली कमर्शियल उड़ान पायलट अनिल ने राजस्थान के महेश चंद शर्मा के साथ भरी। महेश चंद शर्मा के साथी जेपी शर्मा ने भी पैराग्लाइडिग का लुत्फ उठाया। वहीं शिमला की ममता व श्रण्य ने भी पैराग्लाइडिग का लुत्फ उठाया। पहले दिन इंद्रूनाग पैराग्लाइडिग साइट से करीब 18 उड़ानें हुई, इनमें फन फ्लाइंग भी शामिल हैं।

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उड़ान शुरू करने से पहले धर्मशाला एडवेंचर स्पो‌र्ट्स क्लब ने अध्यक्ष विजयइंद्र कर्ण की अध्यक्षता में बैठक की। विजयइंद्र कर्ण ने सभी पायलट को मानक परिचालन प्रक्रिया (एसओपी) के नियमों के बारे में जानकारी दी और इन्हीं के तहत उड़ान भरने के लिए कहा। उन्होंने सभी से एन-95 मास्क पहनने, थर्मल स्कैनर से तापमान जांचने, हैंड सैनिटाइजर साथ रखने के अलावा पायलट को ग्लब्ज पहने और उड़ान भरने से पहले व उड़ान पूरी होने पर सीट को सैनिटाइज करने की हिदायत दी। नियमों के तहत शुक्रवार को फ्लाइट हुई हैं। इसमें राजस्थान व शिमला के दो-दो पर्यटकों सहित स्थानीय लोगों ने भी पैराग्लाइडिग की।

25 पायलटों को मिली राहत

पैराग्लाइडिंग शुरू होने से 25 पायलटों को काफी राहत मिली है। कोरोना संकट के दौरान उन्हें परिवार का खर्च चलाना मुश्किल हो रहा था। वहीं टैक्सी चालकों व दुकानदारों को भी रोजगार चलने की आस हुई है। पहले सर्दियों के मौसम के कारण उड़ान नहीं हो रही थी। वहीं मार्च से लेकर अब तक इंद्रूनाग पैराग्लाइडिग साइट पर पैराग्लाइडिग नहीं हो पाई है। करीब साढ़े छह माह तक पैराग्लाइडरों को बेरोजगार रहना पड़ा। लेकिन अब फिर से पायलट उड़ान भरकर उत्साहित हैं। छह माह के बाद उड़ान भरी है। इसी से रोजी-रोटी चलती है। लंबे समय से घर में बैठ कर उदास हो गए थे। फिर से आकाश में उड़कर अच्छा लग रहा है। पहली फ्लाइंग की है। कुछ पर्यटकों के साथ व कुछ स्थानीय लोगों के साथ भी उड़ान भरी है।

अनिल, पायलट आज पहले दिन एक उड़ान भरी है। काफी दिन के बाद उड़ान भरकर अच्छा लगा। फन फ्लाइंग भी की है। इससे काफी लोगों की रोजी-रोटी जुड़ी है। एसओपी के तहत ही उड़ान भर रहे हैं। सरकार के दिशानिर्देश का पालन किया जाएगा।

नीरज, पायलट एसओपी नियमों का पालन किया जाएगा। इसको लेकर बैठक भी हुई है, बैठक में नियमों को लेकर चर्चा हुई है। पूरी एहतियात बरती जाएगी, खुद भी सुरक्षित रहेंगे और पर्यटक भी सुरक्षित रहेगा। काफी दिन से उड़ान भरने की चाहत थी।

भगवान दास, पायलट। स्थानीय लोगों के साथ आठ फन फ्लाइट की हैं। लंबे समय के बाद उड़ान भरी है। इसी से सभी की रोजी-रोटी चलती है। इसलिए ज्यादा पर्यटक यहां पर आएं, नियमों का पालन करते हुए उड़ान भरी जा रही है।

लव कुमार, पायलट इंद्रूनाग पैराग्लाइडिग साइट पर उड़ान शुरू हो गई है। सभी के साथ बैठक करके एसओपी के बारे में बताया गया है। नियमों के तहत उड़ानें शुरू कर दी हैं। लंबे समय के बाद उड़ान का राजस्थान व शिमला के पर्यटकों ने लुत्फ उठाया।

विजयइंद्र कर्ण, अध्यक्ष धर्मशाला एडवेंचर क्लब। पैराग्लाइडिग शुक्रवार से शुरू हो गई है। सभी पायलट एसओपी का ध्यान रखें। खुद भी सुरक्षित रहें और आने वाले पर्यटकों को भी सुरक्षित रखें। विभाग की ओर से भी निरीक्षण किया जाएगा। रोजगार सहित पर्यटन को पंख लगेंगे।

सुनयना, उपनिदेशक पर्यटन विभाग, धर्मशाला।


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