साइबर ठगी के मामले बढ़ना चिंताजनक, लोगों की लापरवाही के कारण ठग आसानी से बना रहे निशाना
Cyber Security साइबर अपराध से निपटने के लिए पुलिस की सक्रिय है लेकिन इसके लिए लोगों को भी जागरूक होना बहुत जरूरी है। लगातार जागरूकता अभियान के बावजूद लोगों का इनके जाल में फंसना चिंता का विषय है।
कांगड़ा राज्य ब्यूरो। तकनीक ने जीवन को आसान कर दिया है। सुविधाओं के होने से कंप्यूटरीकरण से एक क्लिक पर ही घर बैठे कई काम हो रहे हैं। पैसों के लेन-देन के अलावा दूर देश में बैठे लोगों से वार्तालाप के साथ आंख झपकते ही संदेश पहुंचाए जा रहे हैं लेकिन छोटी सी चूक भी बड़ा नुकसान भी कर सकती है। ऐसी गलतियों के कारण हिमाचल के लोग साइबर ठगी का शिकार हो रहे हैं।
हिमाचल के साइबर थाने के पास आई शिकायतों पर नजर दौड़ाएं तो पता चलता है कि इस साल अभी तक 4818 शिकायतें आई हैं जो कि पिछले साल की तुलना में काफी अधिक हैं। हालांकि पुलिस का दावा है कि इसमें से अधिकतर मामले सुलझा लिए हैं, लेकिन हर साल साइबर ठगी के मामलों में वृद्धि होना चिंता की बात है। थोड़ी सी असावधानी का लाभ साइबर ठगी से जुड़े लोग आसानी से उठा लेते हैं और लोग कुछ ही पलों में अपनी जमापूंजी लुटाकर पुलिस के पास पहुंच जाते हैं। यह सही है कि समय के साथ पुलिस भी साइबर अपराध से निपटने के लिए दक्ष हो रही है। कई मामलों का साइबर सेल ने निपटारा भी किया है इसके बावजूद साइबर अपराध नहीं रुक पा रहे हैं। हिमाचल में निरंतर बढ़ रहे मामले इस बात का प्रमाण हैं।
बेशक इस साल की साइबर ठगी के कुछ मामलों को सुलझा लिया है और करीब 33 लाख से अधिक राशि वापस दिला दी है, लेकिन पुलिस भी मानती है कि इन ठगों तक पहुंचना आसान नहीं है। यह सही है कि साइबर अपराध से निपटने के लिए पुलिस की सक्रिय है लेकिन इसके लिए लोगों को भी जागरूक होना बहुत जरूरी है। लगातार जागरूकता अभियान के बावजूद लोगों का इनके जाल में फंसना चिंता का विषय है। हर बात के लिए पुलिस पर निर्भर रहने से बेहतर है कि हम भी इसके प्रति जागरूक हों और कोई भी गोपनीय जानकारी ऐसे लोगों के साथ साझा न करें।