सालग-अंदराड़ में लोग बिना फिल्टर पानी पीने को मजबूर, स्रोतों से सीधे घर पहुंचाया जा रहा पानी
धर्मशाला उपमंडल के टंग नरवाना पंचायत में पड़ते सालग-अंदराड के लोग बिना फिल्टर पानी पीने को मजबूर हैं। आलम यह है कि सालग छतरेहड पेयजल योजना के तहत न तो आज तक न तो फिल्टर बेड बन पाया और न ही पिछले 20 वर्षों से पाइप को बदला गया।
योल, सुरेश कौशल। धर्मशाला उपमंडल के टंग नरवाना पंचायत में पड़ते सालग-अंदराड के लोग बिना फिल्टर पानी पीने को मजबूर हैं। आलम यह है कि सालग छतरेहड पेयजल योजना के तहत न तो आज तक न तो फिल्टर बेड बन पाया और न ही पिछले 20 वर्षों से पाइप को बदला गया। सीधा जलस्रोतों से लोगों के घरों को सप्लाई जा रही है, जिससे कई संक्रामक बीमारियों को फैलने का अंदेशा बना रहता है।
इस पेयजल योजना के अंतर्गत दो सौ परिवारों की जीवन रेखा चल रही है। बाकि स्कीमों का पानी फिल्टर हो कर जाता है, लेकिन इस स्कीम को आज तक जल शक्ति विभाग ने सुध नहीं ली। यही नहीं बल्कि पाइप लाइनें टूटी फूटी होने से विभागीय कर्मियो को भी भारी दिक्कत का सामना करना पड़ता है।
स्थानीय लोगों में सुनील कुमार, सुमन कपूर व रिंकू ने कहा कि सालग अंदराड़ में अभी भी पिछले 20 सालों से पुरानी पाइप लाइनो से पानी की सप्लाई की जा रही है, जगह जगह पाइपे टूटी फूटी है विभाग इस ओर ध्यान दें। बिना फिल्टर बेड के पानी पीने से कई तरह की संक्रामक बीमारिया फैलने का हमेशा अंदेशा बना रहता है। हैरानी तो इस बात की होती है कि आज तक विभाग का ध्यान इस ओर क्यों नही गया।
उधर जल शक्ति विभाग मंडल धर्मशाला अधिशाषी अभियंता श्रवण कुमार ठाकुर ने कहा कि सालग छतरेहड़ पेयजल योजना के लिए एक करोड़ 72 लाख के टेंडर कर दिए गए हैं। जल्द ही वर्क अवार्ड कर कार्य शुरू कर दिया जाएगा।