जैनरिक दवा क्यों नहीं लिखी, बताना होगा
जागरण संवाददाता, पालमपुर : प्रदेश के सरकारी चिकित्सा संस्थानों में जैनरिक दवाएं लिखने के ि
जागरण संवाददाता, पालमपुर : प्रदेश के सरकारी चिकित्सा संस्थानों में जैनरिक दवाएं लिखने के लिए सरकार जल्द कानून लाएगी। जैनरिक दवाओं को कानूनी रूप देने वाला हिमाचल देश का पहला राज्य बनेगा। स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार ने सोमवार को ननाओं (सुलह) में इंडियन मेडिकल ऑफिसर्स (आइएमओ) एसोसिएशन की हिमाचल इकाई के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात में कहा कि लोगों को जैनरिक तथा अस्पतालों में नि:शुल्क दवाएं उपलब्ध करवाना सरकार की प्राथमिकता है। इसके लिए चिकित्सकों को आदेश दे दिए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जो चिकित्सक जैनरिक दवा नहीं लिखेगा उसे मरीज की पर्ची पर ही इसका कारण भी लिखना होगा।
आइएमओ से भी सरकार के इस फैसले में सहयोग की अपील करते हुए प्रदेश के लोगों को बेहतर, नि:शुल्क व सस्ती स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए सुझाव मांगे। प्रदेश के सभी स्वास्थ्य संस्थानों का सुदृढ़ीकरण किया जाएगा, ताकि लोगों को घर के पास बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो सकें।
इस मौके पर आइएमओ के पदाधिकारियों व सदस्यों और लोगों ने स्वास्थ्य मंत्री के समक्ष अपनी समस्याएं रखी। उन्होंने अधिकतर का मौके पर ही निपटारा कर दिया तथा शेष को अधिकारियों को प्राथमिकता से हल करने के निर्देश दिए। उन्होंने परिवहन निगम को नगरोटा से वाया रझूं, धीरा और पालमपुर से समन, पटवाग चूला होते हुए सुजानपुर तक अतिरिक्त बस चलाने के आदेश दिए। इस अवसर पर भाजपा मंडल अध्यक्ष देश राज शर्मा, महामंत्री चंद्रवीर, एसडीएम पालमपुर बनवान चंद, एसडीएम धीरा विवेक शर्मा, अधिशाषी अभियंता विकास सूद, सुरेश महाजन, एसएसओ पालमपुर डॉ. विनय महाजन, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. एसके नंदा, डॉ. अमित गुप्ता, डॉ. सुरेंद्र सूर्या, डॉ. अतुल महाजन सहित क्षेत्र के लोग उपस्थित रहे।