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पुरानी पेंशन बहाली की मांग पूरी नहीं हुई तो होगा आंदोलन: प्रवीण शर्मा

हिमाचल प्रदेश कर्मचारी संघर्ष मोर्चा व पेंशन बहाली सयुंक्त मोर्चा ने सभी कर्मचारियों को पंचायत चुनाव संपन्न करवाने के लिए धन्यवाद प्रकट करते हुए कहा कि कर्मचारी हर परिस्थिति में हर कार्य कर्तव्य निष्ठा व ईमानदारी से करते हैं।

By Richa RanaEdited By: Published: Fri, 22 Jan 2021 02:22 PM (IST)Updated: Fri, 22 Jan 2021 02:22 PM (IST)
पुरानी पेंशन बहाली की मांग पूरी नहीं हुई तो होगा आंदोलन: प्रवीण शर्मा
पेंशन से लेकर हर पीड़ित कर्मी का हक पूरा करना कर्मचारी संघर्ष मोर्चा का लक्ष्य है।

पालमपुर, जेएनएन। हिमाचल प्रदेश कर्मचारी संघर्ष मोर्चा व पेंशन बहाली सयुंक्त मोर्चा ने सभी कर्मचारियों को पंचायत चुनाव संपन्न करवाने के लिए धन्यवाद प्रकट करते हुए कहा कि कर्मचारी हर परिस्थिति में हर कार्य कर्तव्य निष्ठा व ईमानदारी से करते हैं। और यही देश के लिए गर्व की बात है।

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प्रदेशाध्यक्ष प्रवीण शर्मा ने प्रदेश व जिलों की कमेटियों की तरफ से कहा कि हिमाचल प्रदेश का हर कर्मचारी ईमानदारी से हर कार्य जो कि देश हित में हो पूरा करता है। चुनावों की बात करें तो हर बूथ की पार्टी का पीठासीन अधिकारी से लेकर पोलिंग अधिकारी तक बैलेट पेपर से लेकर पेटी तक कि हिफाजत अपनी जान से भी बढ़कर करता है। क्या जिसे चुनावों में अधिकारी कहते है और कहते है कि एसडीएम के बराबर एक पीठासीन अधिकारी की शक्तियां है तो फिर मत पत्र पेटी यह अधिकारी क्यों उठाते हैं फिर भी कर्तव्य समझ कर यह कार्य हमारे कर्मचारी करते हैं परंतु पीड़ित कर्मचारियों के हकों की हिफाजत करना हमारी सरकारें कर्तव्य नहीं समझती । उनके छीने गए अधिकारों की बात सरकारें नहीं करती।

कोर्ट फैसले जो कि पीड़ित कर्मियों के हक में होते हैं उन्हें हमारी सरकारें कर्मचारी हित में लागू नहीं करती। पूछना बनता है कि जब कर्मचारी कठिन परिस्तिथियों में देश हित मे कार्य करते हैं तो फिर नेताओं का क्या औचित्य रहता है उनकी देश को विकसित करवाने में क्या भूमिका रहती है।

एलपीए 54 हाई कोर्ट का फैसला सरकार ने लागू नहीं किया जो कि 2008 में नियुक्त शिक्षकों का हक था।अनुबंध समय दो साल नहीं किया यह भी कर्मचारियों का जायज हक था। जल रक्षकों को 10 महीने से वेतन नहीं मिला एक बहुत बड़ा अन्याय है। हर कर्मचारी वर्ग पीड़ित हैं। परंतु हमारी सरकारें कर्मचारियों को एक गुलाम समझते हैं । प्रवीण शर्मा ने कहा कि हम मजबूर नहीं परंतु मातृ भूमि के कर्जदार हैं और गलत तरीकों से अपने हकों को नहीं लेना चाहते। पेंशन का हक हम लेकर रहेंगे क्योंकि हम किसी लाले को अपनी सेवाएं नहीं दे रहे।

हम अपने देश को अपनी सेवाएं दे रहे हैं। और इस देश मे हमारे परिवार भी रहते हैं जिनके पालन पोषण और समृद्धि के लिए सरकारों को सोचना चाहिए। कहा कि हम लड़ेंगे पर संविधान की मर्यादाओं का पालन भी करेंगे । पीस मील वर्कर , आउटसोर्स कर्मी, आशा वर्कर , सिलाई अध्यापिकाएं , जल रक्षक , पुलिस कर्मी , पैरामिल्ट्री के ज़बान , एचआरटीसी के अनियमित कर्मी  सभी पीड़ित हैं। पेंशन से लेकर हर पीड़ित कर्मी का हक पूरा करना  कर्मचारी संघर्ष मोर्चा का लक्ष्य है।

पेंशन बहाली सयुंक्त मोर्चा की तरफ से पंचायत से संसद तक पेंशन की आवाज बुलंद है । और तब तक बुलंद रहेगी जब तक समानता का अधिकार नही मिलता। पेंशन बहाली राज्य महामंत्री एल डी चौहान, जिला चंबा अध्यक्ष जोगिंदर पठानिया,चंबा महासचिब राजेश शर्मा, जिला शिमला अध्यक्ष अमृत नेगी , प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमर शर्मा, संघर्ष मोर्चा प्रदेश महासचिव व सयुंक्त मोर्चा कांगड़ा अध्यक्ष अरुण कानूनगो , सिलाई अध्यापक संघ सदस्य अंजना , सुमन देवी ठाकुर , एक्स पैरामिल्ट्री संघ प्रवक्ता मनवीर ठाकुर , अध्यक्ष वी के शर्मा व अन्य ने मांग की कि सरकार जल्द पीड़ित कर्मचारियों को उनके छीने हुए हक वापिस करे, नहीं तो संविधान की मर्यादाओं में रहकर आंदोलन होगा।


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