HP Board 12th Result: सरकारी स्कूलों का कमाल, बेटियों का धमाल; मेरिट सूची में कांगड़ा बना सिरमौर
HP Board 12th Result परीक्षा परिणाम में हमेशा पीछे रहने वाले सरकारी स्कूलों के बच्चों ने साबित कर दिया है कि सरकारी स्कूलों में गुणात्मक पढ़ाई और मेधावियों की कमी नहीं है।
धर्मशाला, जेएनएन। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के परीक्षा परिणाम में हमेशा पीछे रहने वाले सरकारी स्कूलों के बच्चों ने साबित कर दिया है कि सरकारी स्कूलों में गुणात्मक पढ़ाई और मेधावियों की कमी नहीं है। मूलभूत सुविधाओं के साथ अध्यापकों व बच्चों की लग्न व मेहनत का भी यह परिणाम है कि आज प्रदेश में भर में सरकारी स्कूलों में अध्यनरत बच्चों ने निजी स्कूलों को पछाड़ दिया है।
बारहवी के तीनों संकायों की मेरिट सूची में 46 सरकारी व 37 निजी स्कूलों के छात्रों ने मेरिट में स्थान हासिल किया है। तीनों संकायों की मेरिट में 83 छात्रों ने स्थान बनाया, जिसमें मेरिट में 65 स्थानों पर लड़कियों व 18 में लड़कों ने स्थान पाया है। स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा जमा दो कक्षा के परीक्षा परिणाम में विज्ञान संकाय में कुल्लू साइसेंस स्कूल ऑफ एजुकेशन ढालपुर कुल्लू के प्रकाश कुमार ने 500 में से 497 अंक लेकर प्रथम, कला संकाय में राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रामपुर बुशहर की श्रुति कशयप ने 491 अंक व वाणिज्य संकाय में राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला नाहन की मेघा गुप्ता ने 488 अंक लेकर प्रथम स्थान हासिल किया है। जमा दो कक्षा का परिणाम 76.07 प्रतिशत रहा है। इस वर्ष परिणाम 14 फीसद अधिक रहा। पिछले वर्ष का परिणाम 62.02 फीसद था।
मेरिट सूची में जिला कांगड़ा का दबदबा
मेरिट में जिला कांगड़ा के छात्रों का सबसे अधिक दबदबा रहा है। जिला के 21 विद्यार्थियों ने मेरिट में स्थान हासिल कर प्रदेशभर में जिला का नाम रोशन किया है, जबकि दूसरा स्थान हमीरपुर ने मारा है। यहां से 11, मंडी से 10, ऊना से 9, सिरमौर व शिमला से 8, बिलासपुर से 5, कुल्लु से 4 व जिला चंबा से 2 छात्रों ने मेरिट में स्थान हासिल किया है।
इलेक्टिव सबजेक्ट की उत्तर पुस्तिकाओं का नहीं हुआ मूल्यांकन
कोरोना वायरस के कारण लगे लॉकडाउन से कुछ परीक्षाएं स्थगित की गईं थी। हालांकि भूगोल मुख्य विषय को छोड़कर केवल पांचवें इलेक्टिव विषय की परीक्षाएं शेष रहतीं थीं, जिसमें वोकेशनल, कंप्यूटर साइंस, योग मुख्य रूप से शामिल थे। इसके चलते बोर्ड ने सभी छात्रों के पांचवे विषय की उत्तर पुस्तिकाओं को मूल्यांकन ही नहीं किया। पांचवें विषय के अंक अन्य चार विषयों में सबसे अधिक अंक वाले विषय के बराबर दिए गए हैं।
पांच सालों के परिणाम का ब्योरा
- सत्र रिजल्ट तिथि फीसद
- 2016-17, 25 अप्रैल, 72.89
- 2017-18, 24 अप्रैल, 70.18
- 2018-19, 22 अप्रैल, 62.01
- 2019-20, 18 जून, 76.07
पुनर्मूल्यांकन और पुनर्निरीक्षण को 3 जुलाई तक करें आवेदन
बोर्ड अध्यक्ष डॉ. सुरेश कुमार सोनी ने बताया कि जिस छात्र अपनी उत्तर पुस्तिकाओं का पुनर्मूल्यांकन और पुनर्निरीक्षण करवाना चाहते हैं। वे तीन जुलाई तक पुनर्मूल्यांकन के लिए पांच सौ रुपये प्रति पेपर और पुनर्निरीक्षण के लिए चार सौ रुपये प्रति पेपर बोर्ड वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। ऑफलाइन आवेदन मान्य नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि राज्य मुक्त विद्यालय (एसओएस) का परिणाम बाद में घोषित किया जाएगा।