राजकीय महाविद्यालय मटौर में लघु नाटिका के माध्यम से हिंदी भाषा का किया प्रचार प्रसार
राजकीय महाविद्यालय मटौर में हिंदी दिवस कोविड नियमों का पालना करते हुए मनाया गया। इसमें मुख्यातिथि स्थानीय प्राचार्या शुभ्रा गुप्ता रहीं । सर्वप्रथम रजनी शर्मा ने मुख्यातिथि को तथा आचार्य दिनेश जम्वाल एवं आचार्य आशा शर्मा को सम्मानित किया। रोवर रेंजर इकाई के सदस्यों ने लघु नाटिका प्रस्तुत की।
गगल, संवाद सहयोगी। राजकीय महाविद्यालय मटौर में हिंदी दिवस कोविड नियमों का पालन करते हुए मनाया गया। इसमें मुख्यातिथि स्थानीय प्राचार्या शुभ्रा गुप्ता रहीं। सर्वप्रथम रजनी शर्मा ने मुख्यातिथि को तथा आचार्य दिनेश जम्वाल एवं आचार्य आशा शर्मा को सम्मानित किया। रोवर रेंजर इकाई के सदस्यों ने लघु नाटिका प्रस्तुत की, सिया एवं उसकी सखियों ने हिंदी है राष्ट्र भाषा पर समूह नृत्य प्रस्तुत किया। दीक्षा एवं उसकी सखियों ने कांगड़ा नाटी ठंडी ठंडी हवा झूलदी पर समूह नृत्य किया।
प्राचार्या शुभ्रा गुप्ता ने हिंदी पखवाड़ा एवं हिंदी दिवस के सफल आयोजन के लिए आचार्य आशा शर्मा का उत्साहवर्धन करते हुए बधाई दी। प्राचार्या ने राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि किस प्रकार हिंदी को राजभाषा का दर्जा मिला और सन 14 सितंबर1949 को हिंदी दिवस का शुभारंभ किया गया और आज हिंदी तीसरे स्थान पर सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा बन चुकी है साथ ही उन्होंने ने 2021 में विश्व हिंदी दिवस की थीम नया विश्व, नया भारत, नई हिंदी से सभी विद्यार्थियों को अवगत करवाते हुए बताया कि हिंदी भाषा की महानता को बढ़ावा देने के लिए, गृह मंत्रालय के तहत विदेश मंत्रालय और राजभाषा विभाग ने हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया, पहली बार यह दिवस 2006 में 10 जनवरी को मनाया गया।
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उन्होंने सभी को हिंदी भाषा के प्रचार प्रसार के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि सरकारी कार्यालयों में हिंदी में प्रयोग करने पर बल देना होगा, इसके साथ ही हिंदी साहित्य को पढ़ने में युवाओं को रुचि दिखानी चाहिए। महाविद्यालय में हिंदी पखवाड़ा का आयोजन गत एक सितंबर 2021 से किया गया जिसमें हिंदी से संबंधित अनेक प्रकार की प्रतियोगिताएं करवाई गई। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में अंकिता ने प्रथम स्थान हासिल किया।