दो दिन बाद आज से फिर शुरू होगा मानसून सत्र, विपक्ष के खिलाफ सत्ता पक्ष अपना सकता है आक्रामक रणनीति
Himachal Vidhansabha Monsoon Session दो दिन की ब्रेक के बाद शिमला स्थित हिमाचल प्रदेश विधानसभा को मानसून सत्र सोमवार को दोपहर दो बजे से फिर शुरू होगा। विपक्ष विधानसभा में तीखे तेवर अपना सकता है तो सत्ता पक्ष जवाब देने को तैयार है।
शिमला, राज्य ब्यूरो। Himachal Vidhansabha Monsoon Session, दो दिन की ब्रेक के बाद शिमला स्थित हिमाचल प्रदेश विधानसभा को मानसून सत्र सोमवार को दोपहर दो बजे से फिर शुरू होगा। विपक्ष विधानसभा में तीखे तेवर अपना सकता है, तो सत्ता पक्ष जवाब देने को तैयार है। हालात को देखते हुए सत्ता पक्ष आक्रामक रणनीति अपना सकता है। अब पांच दिन की बैठकें शेष रह गई हैं। प्रश्नकाल के दौरान प्वाइंट आफ आर्डर के तहत नया मुद्दा खड़ा कर कांग्रेस विधायक हंगामा कर सकते हैं। हालांकि नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री के सामने विपक्ष को एक साथ चलाने की बड़ी चुनौती होगी। अमूमन एकमात्र वामपंथी विधायक राकेश सिंघा कांग्रेस के साथ खड़े दिखाई पड़ते थे, लेकिन इस बार उनके तेवर बदले हुए हैैं। कई बार वह जयराम सरकार की प्रशंसा कर चुके हैैं। इस सब हालात के बीच आधा सत्र बीत गया है, आधा अभी बाकी है।
दो ध्यानाकर्षण प्रस्ताव आएंगे
सदन में दो ध्यानाकर्षण प्रस्ताव आएंगे। भाजपा विधायक बलवीर वर्मा प्रस्ताव से माध्यम से पराला में दिल का दौरा पडऩे से ट्रैफिक जाम में फंसे बागवान की मौत से उत्पन्न स्थिति की ओर सरकार का ध्यान करवाएंगे। जबकि कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह टुटू में सब्जी मंडी न होने से उत्पन्न हालत के बारे में संबंधित मंत्री का ध्यान आकर्षित करेंगे। विधायक इंद्रदत्त लखनपाल, बिक्रम सिंह जरयाल, नरेंद्र ठाकुर, विनोद कुमार व किशोरी लाल नियम 130 के तहत प्रस्ताव लाएंगे। इसमें कोरोना महामारी से संपूर्ण जनमानस पर पड़े प्रभाव से निजात दिलाने के लिए सरकार द्वारा किए गए प्रयासों पर विचार होगा।
पूछेेंगे कई अहम सवाल
रेणुका के विधायक विनय कुमार सवाल पूछेंगे कि क्या सरकार एसएमसी शिक्षकों को नियमित करने के बारे में विचार करेगी। कांगड़ा के विधायक पवन काजल पूछेंगे कि मुख्यमंत्री लोक भवन योजना के तहत कितने भवन तैयार हो गए हैं। माकपा विधायक राकेश सिंघा सवाल उठाएंगे कि स्टेट कापरेटिव बैंक ने पांच मेगावाट तक के कितने पावर प्रोजेक्टों को फाइनेंस किया है। कितनी कंपनियां एनपीए घोषित हुई है और लोन रिकवर करने के लिए बैंक ने क्या क्या कदम उठाए हैं। किन्नौर के विधायक जगत सिंह नेगी पूछेंगे कि आपदा प्रबंधन के तहत केंद्र से कितना धन आया और इसमें से किस- किस जिले के लिए कितना आवंटित हुआ।