प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र आज से
विधानसभा के बजट सत्र में सरकार को खराब सड़कों की हालत बेरोजगारी महंगाई व बढ़ते नशे के मुददों पर अग्नि परीक्षा से गुजरना होगा। विपक्षी कांग्रेस 17 दिनों के सत्र में सरकार को जनहित के मुद्दों पर घेरने का हर प्रयास करेगी।
राज्य ब्यूरो, शिमला। विधानसभा के बजट सत्र में सरकार को खराब सड़कों की हालत, बेरोजगारी, महंगाई व बढ़ते नशे के मुददों पर अग्नि परीक्षा से गुजरना होगा। कांग्रेस 17 दिनों के सत्र में सरकार को जनहित के मुद्दों पर घेरने का हर प्रयास करेगी।
कोरोनाकाल के दौरान निजी क्षेत्र में नौकरी करने वाले लाखों लोगों का रोजगार बाधित हुआ या फिर बेरोजगार होकर घर बैठना पड़ा। ऐसे में सरकार को विपक्ष के तीखे तेवरों का सामना करना पड़ेगा। विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने पत्रकार सम्मेलन में कहा कि विधायक ऑन लाइन कार्य करने के लिए आगे आ रहे हैं। जिसका परिणाम है कि कुल तारांकित प्रश्नों 650 में से 426 प्रश्न ऑन लाइन आए हैं तो 224 ऑफ लाइन। इसी तरह से विधानसभा सचिवालय को मिले 230 अतारांकित प्रश्नों में से 117 ऑन लाइन और 113 ऑफ लाइन है। इसके अतिरिक्त नियम-101 के तहत चार व नियम-130 के तहत दो सूचनाएं मिली हैं।
उन्होंने कहा कि कोरोना की संभावना से बचने के लिए उठाए गए एहतियाती उपायों के तहत सरकार के प्रशासनिक अधिकारियों को कम से कम अधिकारियों के पास बनवाने के लिए कहा गया है। जिसका नतीजा है कि इस बार 1200 पास के बजाए 400 ही पास जारी किए जाएंगे। संक्रमण की किसी भी प्रकार की संभावना से बचने के लिए स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर, पैरा मेडिकल स्टॉफ, एक फार्मासिस्ट, एक नर्स दो शिफ्टों में तैनात रहेंगे। गेट संख्या 1,2,3,6 और 8 में थर्मल स्कैनिंग के दौरान प्रत्येक व्यक्ति के शरीर के तापमान की जांच होगी। यदि किसी व्यक्ति का तापमान अधिक आता है तो विधानसभा डिस्पेंसरी के समीप आइसोलेशन रूम में जांच के लिए रखा जाएगा। थर्मल स्कैनिंग के बिना कोई भी व्यक्ति विधानसभा परिसर में प्रवेश नहीं कर सकेगा।
विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने बताया कि तेरहवीं विधानसभा के ग्यारहवें सत्र का शुभारंभ आज राज्यपाल के अभिभाषण से होगा। बजट सत्र के दौरान बीस मार्च तक 17 बैठकें आयोजित होंगी। इस दौरान 5 व 19 मार्च को दो दिन गैर सरकारी सदस्य कार्य दिवस के तौर पर निर्धारित किए गए हैं। 6 मार्च को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अगले वित्त वर्ष के लिए बजट पेश करेंगे। उनका कहना था कि धर्मशाला के तपोवन में 7 दिसंबर से 11 दिसंबर तक पांच बैठकें शीतकालीन सत्र के लिए प्रस्तावित की गई थी मगर कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए शीतकालीन सत्र आयोजित नहीं हो पाया था।