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Himachal School Reopen: हिमाचल के स्कूलों में नियमित कक्षाएं शुरू, पहले दिन इस तरह की रही व्‍यवस्‍था

Himachal School Reopen हिमाचल प्रदेश में कोरोना महामारी के खतरे के बीच सोमवार से स्कूलों में नियमित कक्षाएं शुरू हो गईं। दसवीं से 12वीं तक के बच्चों की स्कूल में नियमित कक्षाएं लगेंगी जबकि पांचवीं और आठवीं कक्षा के बच्चे परामर्श के लिए स्कूल आ सकेंगे।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Published: Mon, 02 Aug 2021 06:27 AM (IST)Updated: Mon, 02 Aug 2021 10:15 AM (IST)
Himachal School Reopen: हिमाचल के स्कूलों में नियमित कक्षाएं शुरू, पहले दिन इस तरह की रही व्‍यवस्‍था
जिला कांगड़ा के राजकीय वरिष्‍ठ माध्‍यमिक विद्यालय डाडासीबा में मौजूद विद्यार्थी।

धर्मशाला, शिमला, जेएनएन। Himachal School Reopen, हिमाचल प्रदेश में कोरोना महामारी के खतरे के बीच सोमवार से स्कूलों में नियमित कक्षाएं शुरू हो गईं। दसवीं से 12वीं तक के बच्चों की स्कूल में नियमित कक्षाएं लगेंगी, जबकि पांचवीं और आठवीं कक्षा के बच्चे परामर्श के लिए स्कूल आ सकेंगे। बिना मास्क शिक्षक और विद्यार्थी कैंपस में प्रवेश नहीं कर सके। स्कूल गेट पर बच्चों की थर्मल स्कैनिंग की गई। कोरोना के खतरे को देखते हुए स्कूलों में हाजरी को अनिवार्य नहीं किया गया है। हर घर पाठशाला कार्यक्रम के तहत बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी। जो बच्चे स्कूल नहीं आना चाहते वह घर बैठकर पढ़ाई कर सकते हैं।

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शिक्षा विभाग ने स्कूलों को एसओपी का सख्ती से पालना करने के निर्देश दिए हैं। शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने शिक्षा निदेशक और जिलों के शिक्षा उपनिदेशकों से बात कर उन्हें हिदायत दी है कि नियमों में किसी भी तरह की ढील न बरती जाए। शिक्षा उपनिदेशकों की अध्यक्षता में गठित को-ऑर्डिनेशन कमेटियों को भी औचक निरीक्षण करने को कहा गया है।

राजधानी शिमला सहित प्रदेश के कई स्कूलों में प्रधानाचार्य और मुख्य अध्यापक रविवार को भी स्कूल पहुंचे। स्कूलों में सीटिंग प्लान और टाइम टेबल को अंतिम रूप दिया। इसके अलावा सैनेटाइजेशन भी करवाई गई ताकि संक्रमण का कोई खतरा न रहे। सर्दी व जुकाम के लक्षण वाले बच्चों को स्कूल न आने की सलाह दी गई है।

प्रधानाचार्य कक्षाओं में जाकर देखेंगे व्यवस्था

शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत शर्मा ने कहा कि विभाग ने एसओपी जारी की है। इसके अलावा सभी स्कूलों ने खुद माइक्रो प्लान तैयार किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानाचार्यों को निर्देश दिए गए हैं कि वह खुद कक्षाओं में जाकर व्यवस्थाओं का जायजा लेते रहें। स्कूलों ने शारीरिक दूरी के नियमों की पालना करने के लिए बच्चों के लंच ब्रेक, आने व जाने का समय अलग अलग कर दिया है। इसके अलावा टाइम टेबल इस तरह से निर्धारित किया गया है कि बच्चों की भीड़ ज्यादा इक्ट्ठी न हो।


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