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हिमाचल में पौने दो साल बाद 10 कक्षाओं के विद्यार्थी एक साथ पहुंचे स्कूल, बिना मास्‍क नो एंट्री, यह व्‍यवस्‍था रहेगी

Himachal School News पौने दो साल बाद आज बुधवार से तीसरी से जमा दो कक्षा के विद्यार्थी एक साथ स्कूल पहुंचे। हालांकि शिक्षा विभाग ने दो सत्र में स्कूल लगाने और वैकल्पिक दिनों में विद्यार्थियों को स्कूल बुलाने के लिए प्रधानाचार्य और मुख्य अध्यापकों को अधिकृत किया है।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Published: Wed, 10 Nov 2021 09:25 AM (IST)Updated: Wed, 10 Nov 2021 09:25 AM (IST)
हिमाचल में पौने दो साल बाद 10 कक्षाओं के विद्यार्थी एक साथ पहुंचे स्कूल, बिना मास्‍क नो एंट्री, यह व्‍यवस्‍था रहेगी
पौने दो साल बाद आज बुधवार से तीसरी से जमा दो कक्षा के विद्यार्थी एक साथ स्कूल पहुंचे।

शिमला, जागरण संवाददाता। Himachal School News, पौने दो साल बाद आज बुधवार से तीसरी से जमा दो कक्षा के विद्यार्थी एक साथ स्कूल पहुंचे। हालांकि शिक्षा विभाग ने दो सत्र में स्कूल लगाने और वैकल्पिक दिनों में विद्यार्थियों को स्कूल बुलाने के लिए प्रधानाचार्य और मुख्य अध्यापकों को अधिकृत किया है। शारीरिक दूरी के नियम का पालन करने के लिए विभाग ने यह निर्णय लिया है। इससे पहले तक आठवीं से जमा दो कक्षा के विद्यार्थी नियमित कक्षाएं लगाने स्कूल आ रहे थे। उच्चतर शिक्षा विभाग के निदेशक डा. अमरजीत शर्मा की ओर से इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि खेल मैदान में भी बच्चों को बैठा सकते हैं। विभाग की ओर से जारी निर्देशों में कोरोना से बचाव के लिए बनाए नियमों का सख्ती से पालन करने के लिए कहा गया है।

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निदेशक ने कहा कि बिना मास्क किसी भी छात्र, शिक्षक और गैर शिक्षक को परिसर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। हर घर पाठशाला के तहत आनलाइन पढ़ाई भी जारी रहेगी, जो विद्यार्थी स्कूल नहीं आना चाहते वे आनलाइन पढ़ाई कर सकेंगे। स्कूल में प्रार्थना सभा और खेल गतिविधियों का आयोजन नहीं होगा।

रोजाना सैनिटाइज होंगे कमरे, संक्रमित आने पर होगी कांटेक्ट ट्रेसिंग

छुट्टी होने पर स्कूलों को रोजाना सैनिटाइज किया जाएगा। परिसर में जगह-जगह हैंड सैनिटाइजर रखे जाएंगे। यदि कोई बच्चा पाजिटिव आता है तो स्कूल 48 घंटे के लिए बंद कर दिया जाएगा। इसके अलावा कांटेक्ट ट्रेङ्क्षसग स्वास्थ्य विभाग करवाएगा कि उस बच्चे के संपर्क में कितने और बच्चे आए हैं।

 

चिंता में अभिभावक, वर्दी खरीदने की भी परेशानी

बच्चों को स्कूल भेजने को लेकर अभिभावक भी चिंता में हैं। दो साल से स्कूलों में वर्दी नहीं मिली है। अभिभावकों की यह भी चिंता है कि दो माह के लिए उन्हें वर्दी खरीदनी पड़ेगी। स्कूल भेजने के लिए टैक्सी आदि की व्यवस्था भी करनी पड़ेगी। अभिभावक दिनभर शिक्षकों से इस बारे में सवाल जवाब करते रहे। विभाग ने कहा है कि वर्दी जल्द आवंटित कर दी जाएगी। इसके लिए प्रक्रिया चली हुई है। शिक्षा विभाग ने स्कूलों को निर्देश जारी किए हैं कि बुखार-जुकाम वाले विद्यार्थी अपना इलाज करवाएं, उसके बाद ही स्कूल आएं। स्कूलों में थर्मल स्कैनिंग के बाद ही प्रवेश मिलेगा, लेकिन उसके बाद भी अभिभावक छोटे बच्चों को भेजने का जोखिम नहीं लेना चाहते।


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