हिमाचल में निजी बस ऑपरेटरों की हड़ताल, एचआरटीसी दे रहा सेवाएं, कांगड़ा व कुल्लू में कम असर
Himachal Private Bus Operators Strike निजी बस ऑपरेटर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे। हालांकि एक गुट ने हड़ताल पर जाने से इंकार किया है। लेकिन बड़ा धड़ा जिस यूनियन के साथ खड़ा है इसके अधीन आने वाले ज्यादातर ऑपरेटर बस सेवाएं बंद रखेंगे। ह
शिमला, राज्य ब्यूरो। सोमवार से निजी बस ऑपरेटर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे। हालांकि एक गुट ने हड़ताल पर जाने से इंकार किया है। लेकिन बड़ा धड़ा जिस यूनियन के साथ खड़ा है, इसके अधीन आने वाले ज्यादातर ऑपरेटर बस सेवाएं बंद रखेंगे। हड़ताल का असर प्रदेश के सबसे बड़े कांगड़ा जिला व कुल्लू में भी कम होगा। इन जिलों में विरोधी धड़े का कब्जा है। कांगड़ा के इस गुट के निजी बस ऑपरेटर संघ के अध्यक्ष हैप्पी अवस्थी के अनुसार उन्हें और संघर्ष समिति के अध्यक्ष प्रवीण दत्त शर्मा को राजेश पराशर की यूनियन ने भरोसे में नहीं लिया है। इस कारण फिलहाल वे हड़ताल में भाग नहीं लेंगे। कुल्लू जिले के ऑपरेटर भूपेश नंदा ने भी दावा किया कि उनके साथ जुड़े ऑपरेटर हड़ताल नहीं करेंगे। लेकिन वह यह नहीं बता पाए कि इनके साथ कितने ऑपरेटर हैं।
दो दिनों में 5 फीसद चली बसें
शनिवार और रविवार को दो दिनों में केवल 5 फीसद ही निजी बसें चलीं। इससे लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ा। हिमाचल पथ परिवहन निगम की भी एक तिहाई से भी कम बसें चलीं। कुल मिलाकर दो दिनों में बस सेवाएं काफी कम रहीं।
एचआरटीसी की नहीं हड़ताल
एचआरटीसी की बसों की कोई हड़ताल नहीं है। सोमवार से निगम की करीब 1800 बसें सड़कों पर दौड़ेंगी। हालांकि इस संख्या में और बढ़ोत्तरी भी संभव है ताकि लोगों को किसी प्रकार की दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
इन मांगाों के समर्थन में हड़ताल
हिमाचल निजी बस ऑपरेटर महासिचव रमेश कमल का कहना है सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल होगी। हमारी मांगों को पूरा नहीं किया गया है। विशेषपथकर, टोकन टैक्स माफ नहीं किया है। न ही कोई राहत सरकार की ओर से दी गई है। ज्यादातर ऑपरेटर हमारे साथ हैं, जो हड़ताल पर नहीं रहेंगे, उनके साथ ऑपरेटर काफी कम है, न के बराबर हैं।
कांगड़ा यूनियन ने किया किनारा
जिला कांगड़ा निजी बस ऑपरेटर्स यूनियन के अध्यक्ष हैप्पी अवस्थी का कहना है शनिवार, रविवार को कांगड़ा जिले में केवल 50-50 बसें चलीं। जिले में 900 बसें और 300 ऑपरेटर हैं। जो बसें चली उनके चालकों को भी भोजन आदि की दिक्कतें आई। हमें हड़ताल के लिए यूनियन ने विश्वास में नहीं लिया है, इस कारण हम हड़ताल नहीं करेंगे। लेकिन ट्रांसपोर्ट का व्यावसाय घाटे का सौदा साबित हो रहा है। उधर, जिला कुल्लू यूनियन के पदाधिकारी भूपेश नंदन ने कहा दो दिनों में भी बसें चलीं। आगे भी चलती रहेंगी। हम हड़ताल नहीं करेंगे।