केंद्रीय विश्वविद्यालय में पहली बार हिंदी विभाग के पांच विद्यार्थियों ने पास की जेआरएफ परीक्षा
Himachal Pradesh Central University केंद्रीय विश्वविद्यालय के भाषा स्कूल के हिंदी विभाग के पांच विद्यार्थियों ने इस बार जेआरएफ पाया है। विद्यार्थियों ने साबित कर दिया है कि व्यवस्था चाहे उधार की ही हो। लेकिन सीयू स्तर के विवि में गुणात्मक शिक्षा की कोई कमी नहीं है।
धर्मशाला, जेएनएन। एक दशक से अधिक समय से उधार की व्यवस्था के चल रहे हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले विद्यार्थियों ने साबित कर दिया है कि व्यवस्था चाहे उधार की ही हो। लेकिन सीयू स्तर के विवि में गुणात्मक शिक्षा की कोई कमी नहीं है। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के धौलाधार परिसर धर्मशाला में चल रहे भाषा स्कूल के हिंदी विभाग के पांच विद्यार्थियों ने इस बार जेआरएफ पाया है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की ओर से संचालित की जाने वाले राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) के सीयू के हिंदी विभाग के सरुचि, मंजना, ऋषा, धर्म चंद व शालू ने जेआरएफ पाया है।
ये सभी स्नातकोतर के विद्यार्थी है। अब ये विद्यार्थी पीएचडी के प्रवेश पाने के लिए पात्र हो गए हैं। इसके अलावा अगर कोई छात्र अब सीधे प्राध्यापक बनना चाहता है तो वे देशभर के किसी भी कॉलेज के विवि में आवेदन कर सकता है। अगर पीएचडी में इन विद्यार्थियों को प्रवेश मिलता है तो उन्हें पीएचडी करने के लिए यूजीसी ने 30 हजार रुपये प्रतिमाह से अधिक स्कॉलरशिप मिलेगी।
केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर कुलदीप चंद अग्निहोत्री व हिंदी विभाग के अध्यक्ष राजकुमार उपाध्याय मणि ने इन विद्यार्थियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा हमारे लिए यह बहुत गर्व की बात है कि हिंदी विभाग से पहली बार एक साथ पांच बच्चों ने जेआरएफ पाया है। इससे विभाग के अन्य छात्रों को भी प्रेरणा मिलेगी।