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तीन भाषाओं में चलेगा हिमाचल स्कूल शिक्षा बोर्ड का काम, वैदिक भाषा संस्कृत को भी किया कार्यप्रणाली में शामिल

हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड में तीन भाषाओं में काम होगा। शिक्षा बोर्ड ने अपने काम में हिंदी और अंग्रेजी के अलावा संस्कृत भाषा को भी शामिल करने का निर्णय लिया है।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Fri, 29 May 2020 04:35 PM (IST)Updated: Fri, 29 May 2020 04:35 PM (IST)
तीन भाषाओं में चलेगा हिमाचल स्कूल शिक्षा बोर्ड का काम, वैदिक भाषा संस्कृत को भी किया कार्यप्रणाली में शामिल
तीन भाषाओं में चलेगा हिमाचल स्कूल शिक्षा बोर्ड का काम, वैदिक भाषा संस्कृत को भी किया कार्यप्रणाली में शामिल

धर्मशाला, मुनीष गारिया। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड में तीन भाषाओं में काम होगा। शिक्षा बोर्ड ने अपने काम में हिंदी और अंग्रेजी के अलावा संस्कृत भाषा को भी शामिल करने का निर्णय लिया है। संस्कृत भाषा मे काम की शुरुआत बोर्ड में शुक्रवार से हो गई। हिमाचल प्रदेश सरकार ने संस्कृत भाषा को राज्य भाषा बनाने को स्वीकृति दे दी है।

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सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए और इस पर अमल करते हुए संस्कृत भाषा को स्वीकार किया है। इसकी शुरुआत में बोर्ड ने शुक्रवार को अपने एक साल की उपलब्धि अपडेट की। बोर्ड की ओर से जारी होनी वाली उपलब्धि स्मारिका हिंदी और अंग्रेजी के साथ संस्कृत भाषा में भी होगी।

इस सत्र से कार्यालय के अन्य कामों में तो संस्कृत भाषा प्रयोग नहीं होगी, लेकिन प्रयास किए जा रहे हैं कि अगले साल से कार्यालय के काम भी संस्कृत भाषा शामिल हो। कार्यालय के कामों में संस्कृत शामिल होने से छात्रों और अन्य अभ्यर्थियों को आवेदन फार्म भरने में हिंदी और संस्कृत के अलावा संस्कृत में भी फार्म भरने का ऑप्शन होगा।

क्वारंटाइन सेंटर के कारण फंसा भूगोल का पेपर

शिक्षा बोर्ड ने जमा दो के भूगोल विषय का पेपर करवाने का निर्णय तो लिया है, लेकिन परीक्षा संचालन में कोविड-19 क्वारंटाइन सेंटर का पेंच फंस गया है। प्रदेश और मुख्य रूप से जिला हमीरपुर में स्कूलों को ही क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। ऐसे में चार हजार बच्चों में भूगोल विषय का पेपर करवाना मुश्किल हो गया है। इसको लेकर बोर्ड प्रशासन ने प्रदेश सरकार और शिक्षा मंत्री से बात की है और कहा कि 31 मई तक जरूरत के अनुसार सेंटर बनाए गए स्कूलों को खाली करवा दिया जाए, ताकि परीक्षा संचालन हो सके। भूगोल परीक्षा होने के बाद ही जमा दो का परिणाम आ पाएगा। वही दसवीं का परिणाम जून के दूसरे सप्ताह आएगा।

बोर्ड में संस्कृत भाषा के प्रयोग का शुक्रवार से आरंभ हो गया। शुरुआत में आज बोर्ड की उपलब्धियों की स्मारिका और प्रेस नोट हिंदी, अंग्रेजी और संस्कृत तीनों भाषा में होगा। कार्यालयी कामों में संस्कृत का प्रयोग करने के भी प्रयास किए जाएंगे। -डॉ. सुरेश कुमार सोनी, अध्यक्ष, स्कूल शिक्षा बोर्ड।


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