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Ram Mandir Nirman: देवभूमि में राम मंदिर निर्माण के लिए घर-घर से सहयोग, पढ़ें कुछ रोचक तथ्‍य

Ram Mandir Nirman श्रीराम मंदिर निर्माण को लेकर श्रद्धा का भाव देखकर लगता है कि हर आदमी इससे जुड़ना चाहता है। तभी तो अपनी श्रद्धा और निधि समर्पण में शामिल होकर भगवान श्रीराम के प्रति अगाध आस्था को व्यक्त कर रहा है।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Published: Sun, 21 Feb 2021 11:56 AM (IST)Updated: Sun, 21 Feb 2021 11:56 AM (IST)
Ram Mandir Nirman: देवभूमि में राम मंदिर निर्माण के लिए घर-घर से सहयोग, पढ़ें कुछ रोचक तथ्‍य
श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए हिमाचल के लोग भी पूरा सहयोग कर रहे हैं।

शिमला, प्रकाश भारद्वाज। श्रीराम मंदिर निर्माण को लेकर श्रद्धा का भाव देखकर लगता है कि हर आदमी इससे जुड़ना चाहता है। तभी तो अपनी श्रद्धा और निधि समर्पण में शामिल होकर भगवान श्रीराम के प्रति अगाध आस्था को व्यक्त कर रहा है। एक मर्मस्पर्शी अनुभव राजधानी शिमला में देखने को मिला। अस्पताल में मृत्यु से जंग लड़ रहे चंबा के 57 वर्षीय कैंसर मरीज ने भी श्रीराम के चरणों में समर्पण दिया। पिछले कुछ दिनों से वे अस्पताल में भर्ती थे, जब परिवार के सदस्यों को श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए निधि समर्पण अभियान की जानकारी मिली तो परिवार के सदस्यों ने निधि समर्पण अभियान से जुड़े कार्यकर्ता से अनुरोध किया कि वे अस्पताल में आकर उनका समर्पण स्वीकार करें। अस्पताल में उपचाराधीन बोलने में असमर्थ, ऑक्सीजन पाइप के सहारे सांसे भरते मरीज की श्रीराम मंदिर में सहयोग की दिली इच्छा को पूरा किया गया और पांच सौ एक रुपये का समर्पण किया।

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देवीचंद के पुत्र संजय ने बताया कि वे स्वयं और उनका परिवार निधि समर्पण अभियान का हिस्सा बनना चाहते थे। लेकिन पिता की बीमारी व अस्पताल में भर्ती होने के कारण वे इस पुण्य कार्य में अपना सहयोग न दे पाए, लेकिन अपने पिता के मन की इच्छा को पूरा करके वे संतुष्ट हैं।

गरीब मगर श्रद्धा

कार्यकर्ताओं की टोली मंडी जिला की बलद्वाड़ा तहसील के तहत कोट पंचायत के तहत आने वाले भटेड़ गांव में निधि संग्रह के लिए एक घर में पहुंची तो वहां पर एक युवक ही मौजूद था। टोली के सदस्यों ने उससे निधि समर्पण अभियान का उद्देश्य बताया। उसने घर से 100 रुपये टोली को दिए। शाम के समय जब उस घर की स्वामिनी 80 वर्षीय बुजुर्ग घर आई तो लड़के ने उसे सारा वृत्तांत सुनाया। बुजुर्ग महिला ने हाथ में लाठी थामी और करीब डेढ़ किलोमीटर दर भटठ गांव के उत्तम चंद शर्मा के घर पहुंची और मासिक आय पंद्रह सौ रुपये होने के बावजूद एक सौ रुपये दिए।

तिब्बती मार्किट में महिला ने दिए 51 रुपये

शिमला माल रोड से होकर निकली टोली तिब्बती मार्किट की छोटी-बड़ी दुकानों से गुजरती हुई रिवोली सिनेमाहाल के समीप पहुंची। एक महिला से जब इस अभियान के बारे में सुना तो 51 रुपये श्रद्धा स्वरूप समर्पित किए।

मीट विक्रेता ने दुकान में नहीं रखी रसीद

ऊना जिला के दौलतपुर खंड के मुबारिकपुर में भी प्रभु श्रीराम के प्रति श्रद्धा व समर्पण भाव देखने को मिला। जहां एक मांस बेचने वाले व्यक्ति की दुकान में जब राम भक्तों की टोली पंहुंची तो दुकानदार ने प्रसन्नतापूर्वक श्रद्धा सहित 50 रुपये टोली के सदस्यों को दे दिए। लेकिन जब दुकानदार को कार्यकर्ताओं द्वारा रसीद दी गई तो व्यक्ति ने रसीद लेने से मना कर दिया। दुकानदार का कहना था कि वह इतने पवित्र काम के लिए प्रयोग होने वाली रसीद को अपनी मीट की दुकान में नहीं रख सकता।


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