हिमाचल प्रदेश में आठ साल पूरा करने वाले पार्टटाइम वर्कर्स बनेंगे दैनिक वेतनभोगी
Himachal Part time Workers हिमाचल प्रदेश के सरकारी विभागों में आठ साल की नियमित सेवाएं पूरा करने वाले पार्टटाइम वर्करों को दैनिक वेतनभोगी बनाया जाएगा। इस संबंध में कार्मिक विभाग ने अधिसूचना जारी कर दी है। जो पार्टटाइम वर्कर दैनिक वेतन भोगी बन जाएंगे उनके पुराने पद समाप्त हो जाएंगे
शिमला, राज्य ब्यूरो। Himachal Part time Workers, हिमाचल प्रदेश के सरकारी विभागों में आठ साल की नियमित सेवाएं पूरा करने वाले पार्टटाइम वर्करों को दैनिक वेतनभोगी बनाया जाएगा। इस संबंध में कार्मिक विभाग ने अधिसूचना जारी कर दी है। इसके अनुसार ऐसे चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी जो बतौर पार्टटाइम वर्कर 31 मार्च 2021 और 30 सितंबर 2021 को आठ साल का सेवाकाल पूरा कर रहे हैं उन्हें दैनिक वेतन भोगी बनाया जाएगा। प्रदेश के निगमों व पूर्व में सेवाएं देने वाले ऐसे कर्मचारियों के लिए अपनी वित्तीय स्थिति के आधार पर निर्णय लेने के लिए कहा है। जो पार्टटाइम वर्कर दैनिक वेतन भोगी बन जाएंगे उनके पुराने पद समाप्त हो जाएंगे प्रदेश में वर्तमान में पांच हजार के करीब पार्टटाइम वर्कर हैं। इनमें से जिन्होंने नियमित आधार पर पार्टटाइम वर्कर के तौर पर आठ वर्ष का सेवाकाल पूर्ण किया है, उन्हेंं ही लाभ मिलेगा।
यह भी पढ़ें: Himachal Weather Update: प्रदेश में दो दिन मौसम साफ रहने के बाद फिर सक्रिय होगा पश्चिमी विक्षोभ
यह भी पढ़ें: मुख्यमंत्री बोले, 18 से 44 आयु के लोगों के लिए हर सप्ताह चाहिएं कोरोना वैक्सीन की पांच लाख डोज
मुख्यमंत्री को ऊर्जा मंत्री ने भेंट किया 3.11 करोड़ का चेक
शिमला। हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड ने प्रदेश कोविड-19 सालिडेरिटी रिस्पांस फंड के लिए 3.11 करोड़ रुपये का चेक भेंट किया है। सोमवार को शिमला में ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी और अतिरिक्त मुख्य सचिव ऊर्जा रामसुभग सिंह ने यह चेक मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को भेंट किया। मुख्यमंत्री ने इस कार्य के लिए आभार व्यक्त किया और कहा कि इस तरह के योगदान संकट के समय में जरूरतमंदों की मदद करने में महत्वपूर्ण साबित होंगे। बोर्ड के प्रबंध निदेशक आरके शर्मा भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।
यह भी पढ़ें: Himachal Coronavirus Update: कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी, स्वस्थ होने की दर 85 फीसद पहुंची
यह भी पढ़ें: बच्चों व उम्रदराज सहित इन रोगों से पीड़ित लोगों के लिए ज्यादा खतरनाक है कोरोना संक्रमण
यह भी पढ़ें: आइसीटी लैब से लाइव कक्षाएं लगाने का प्रस्ताव लटका, स्कूल बंद होने व कर्फ्यू की वजह से घरों से ही पढ़ाई