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यहां पत्‍नी पंचायत प्रधान तो पति बन गया उपप्रधान, सीएम की बहू चुनाव जीती तो चचेरी बहन हारी, पढ़ें खबर

Himachal Panchayat Election हिमाचल प्रदेश पंचायत चुनाव में विकास खंड गोहर की शाला पंचायत की कमान पति-पत्नी के हाथ रहेगी। यहां पर पत्नी मीनाक्षी ठाकुर प्रधान व पति राजकुमार उपप्रधान पद पर विजेता हुए। राजकुमार यहां से निवर्तमान प्रधान थे।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Published: Mon, 18 Jan 2021 09:18 AM (IST)Updated: Mon, 18 Jan 2021 09:52 AM (IST)
यहां पत्‍नी पंचायत प्रधान तो पति बन गया उपप्रधान, सीएम की बहू चुनाव जीती तो चचेरी बहन हारी, पढ़ें खबर
हिमाचल प्रदेश पंचायत चुनाव में विकास खंड गोहर की शाला पंचायत की कमान पति-पत्नी के हाथ रहेगी।

मंडी, जेएनएन। हिमाचल प्रदेश पंचायत चुनाव में विकास खंड गोहर की शाला पंचायत की कमान पति-पत्नी के हाथ रहेगी। यहां पर पत्नी मीनाक्षी ठाकुर प्रधान व पति राजकुमार उपप्रधान पद पर विजेता हुए। राजकुमार यहां से निवर्तमान प्रधान थे। पंचायत का पद महिला के लिए आरक्षित होने पर राजकुमार स्वयं उपप्रधान पद के लिए, जबकि पत्नी मीनाक्षी ठाकुर को प्रधान पद का उम्मीदवार बनाया। राजकुमार को 901 व निकटतम प्रतिद्वंद्वी प्रकाश को 426 वोट पड़े। मीनाक्षी ठाकुर को 789 व प्रतिद्वंदी सुमना को 552 मत पड़े। द्रंग हलके की ग्राम पंचायत कोटाधार में भी पति-पत्‍नी चुनाव जीत गए। आशा देवी प्रधान बन गईं व महावीर प्रसाद उपप्रधान चुने गए।

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मुख्यमंत्री की बहू जीती, चचेरी बहन हारी

थुनाग। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की पंचायत मुरहाग में उनके वार्ड आहूण-1 से रिश्तेदारी में उनकी बहू पवना देवी वार्ड सदस्य चुनाव जीती, जबकि हारने वाली उनकी चचेरी बहन मीरा देवी हैं। कुल 183 मतों में से पवना को 92 पड़े।

धनालग में फाड़ दिया प्रधान पद का बैलेट पेपर

सरकाघाट। खंड गोपालपुर की पंचायत धनालग में एक युवक ने प्रधान पद का बैलेट पेपर आधा फाड़ दिया और आधा जेब में डाल लिया। युवक की इस हरकत को रिटर्निंग अधिकारी ने देखा और युवक से पुन: मतदान करवाया गया। 19 वर्षीय युवक पहली बार धनालग में मतदान करने आया था। जब युवक को प्रधान पद का बैलेट पेपर दिया गया तो युवक ने मुहर लगाने के बाद आधा बैलेट पेपर बॉक्स में डाल दिया और आधा जेब में रख लिया। रिटर्निंग अधिकारी ने युवक से ऐसा करने का कारण पूछा तो उसने कहा कि उसे लगा कि शायद जिसके लिए मुहर लगाते उसी को बैलेट बॉक्स में डालते हैं। पहली बार मतदान कर रहे युवक को न तो पीठासीन अधिकारी और न ही किसी पोलिंग ऑफिसर ने मतदान की प्रक्रिया समझाई थी। फिर उसका दोबारा मतदान करवाया गया। खंड विकास अधिकारी त्रिवेंद्र चनौरिया ने मामले की पुष्टि की है।


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