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सड़क पर पशु बेसहारा छोड़ा तो होगी कड़ी सजा, कड़ा होगा कानून, अभी पंचायत लगा सकती है इतना जुर्माना

Himachal Budget Session अगर किसी ने पशु सड़कों पर बेसहारा छोड़ा तो उसकी खैर नहीं। सरकार कानून और कड़ा करेगी। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने ज्वालामुखी के विधायक रमेश चंद धवाला के सवाल के जवाब में कहा कि सरकार और कड़ी सजा का प्रविधान करेगी।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Published: Tue, 09 Mar 2021 08:09 AM (IST)Updated: Tue, 09 Mar 2021 08:09 AM (IST)
सड़क पर पशु बेसहारा छोड़ा तो होगी कड़ी सजा, कड़ा होगा कानून, अभी पंचायत लगा सकती है इतना जुर्माना
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र

शिमला, जेएनएन। Himachal Budget Session, हिमाचल प्रदेश में अगर किसी ने पशुओं को सड़कों पर बेसहारा छोड़ा तो उसकी खैर नहीं होगी। राज्य सरकार कानून को और कड़ा करेगी। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने ज्वालामुखी के विधायक रमेश चंद धवाला के सवाल के जवाब में कहा कि सरकार और कड़ी सजा का प्रविधान करेगी। सजा देने के लिए वेटनरी अधिकारियों को अधिकृत करेगी। धवाला ने कहा कि कानून के डर के अभाव में गौ सेंक्चुरी बनती जाएंगी। सड़कों पर बेसहारा पशुओं की संख्या भी उतनी ही बढ़ेगी। मंत्री ने कहा कि संबंधित पंचायतें व प्रधान अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाते। वे ऐसे व्यक्तियों पर पांच सौ से लेकर सात सौ रुपये का जुर्माना लगा सकते हैं। लेकिन यह जुर्माना नहीं लगाया गया।

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36311 पशु हैं बेसहारा

मंत्री के मुताबिक प्रदेश में 36311 पशु बेसहारा है। इनकी गणना हुई है। इनमें से 16550 पशुओं को गौशालाओं व गौसदनों में आश्रय दिया जा चुका है। 211 गैर सरकारी संगठन गौशालाएं चला रहे हैं। इसमें से 1116 पंजीकृत हैं।

महिला दिवस पर दो महिला विधायकों ने पूछे सवाल

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर सदन में दो महिला विधायकों कमलेश कुमारी व रीता देवी ने सवाल पूछे। ग्रामीण विकास व कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर ने भाजपा विधायक कमलेश कुमारी के सवाल के जवाब में जानकारी दी कि हिमाचल को आर्गेनिक प्रदेश बनाने को लेकर सरकार ने कई कदम उठाए हैं। रासायनिक खेती से बढ़ रही बीमारियों को देखते हुए सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती की दिशा में सरकार बढ़ी थी। कंवर ने कहा कि अब तक 107564 किसान प्राकृतिक खेती को अपना चुके हैं और 5561 हेक्टेयर में यह खेती की जा रही है। इस खेती में 50 हजार और किसानों को इस खेती से जोड़ेंगे।


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