हिमाचल में किसानों के कलस्टर करेंगे बिचौलियों की छुट्टी, अब फसल के मिलेंगे उचित दाम, पढ़ें पूरा मामला
Farmers Cluster हिमाचल प्रदेश में किसानों को उनकी फसलों का लाभ मिले इसके लिए किसानों के क्लस्टर बना बिचौलियों को समाप्त कर किसानों को उनके उत्पादों के बेहतर दाम दिलाए जाएंगे। अब किसान की फसल नहीं एक साथ कई फसलों व कार्यों को कर अपनी आय को कई गुना करेंगे।
शिमला, जेएनएन। हिमाचल प्रदेश में किसानों को उनकी फसलों का लाभ मिले इसके लिए किसानों के क्लस्टर बना बिचौलियों को समाप्त कर किसानों को उनके उत्पादों के बेहतर दाम दिलाए जाएंगे। अब किसान की फसल नहीं एक साथ कई फसलों व कार्यों को कर अपनी आय को कई गुना करेंगे। दस हजार रुपये की नौकरी करने की अपेक्षा खेतीबाड़ी कर स्वरोजगार को अपनाएंगे। यह बात कृषि एवं ग्रामीण विकास व पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए नीति बनाने को लेकर कांग्रेस विधायक इंद्रदत लखन पाल व माकपा विधायक राकेश सिंघा द्वारा लाए गए संकल्प के जवाब में कही।
उन्होंने कहा कि 70 वर्षों की नीतियों का परिणाम है कि किसान अन्य राज्यों में आत्महत्या कर रहे हैं। स्वच्छ प्रदेश में 40 क्लस्टर बनाए जाएंगे। हर क्लस्टर 1509 होंगे और 32000 किसानों को पायलट आधार पर लिया जाएगा। इससे किसान अपने उत्पाद के दाम खुद तय कर सकेंगे और बेहतर दाम प्राप्त करेंगे।। 31 मार्च 2022 तक प्रदेश की सड़कों पर एक भी बेसहारा गोवंश नहीं दिखाई देगा।
इंद्र दत्त लखनपाल के संकल्प वापस न लेने पर ध्वनिमत से संकल्प गिर गया। इससे पूर्व इंद्र दत्त लखन पाल संकल्प पेश करते हुए कहा कि किसानों को लाभ नहीं मिल रहा है और जो सिंचाई योजनाएं बनाई गई हैं उनमें पानी तक नहीं है। न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर उन्होंने नीति निर्धारित करने की मांग की जिससे किसानों को उचित दाम मिल सके।