शिक्षकों ने अपने प्रयासों से बदला ऑनलाइन पढ़ाई का तरीका, जूम एप और गूगल मीट पर ले रहे कक्षाएं, पढ़ें खबर
Himachal Govt School Teachers कोरोना महामारी के खतरे को देखते हुए प्रदेश के सभी शिक्षण संस्थान बंद हैं। बच्चों की ऑनलाइन माध्यम से ही पढ़ाई हो रही है। सरकारी स्कलों के कई शिक्षकों ने अपने स्तर पर ही पढ़ाई के पैटर्न को बदल दिया है।
शिमला, जागरण संवाददाता। Himachal Govt School Teachers, कोरोना महामारी के खतरे को देखते हुए प्रदेश के सभी शिक्षण संस्थान बंद हैं। बच्चों की ऑनलाइन माध्यम से ही पढ़ाई हो रही है। हर घर पाठशाला कार्यक्रम के तहत रोजाना सुबह बच्चों की क्लास होती है। बच्चों को शिक्षकों के द्वारा वीडियो और ऑडियो भेजे जाते हैं। सरकारी स्कलों के कई शिक्षकों ने अपने स्तर पर ही पढ़ाई के पैटर्न को बदल दिया है। रिकाॅर्डिड वीडियो के अलावा शिक्षकों ने बच्चों की ऑनलाइन क्लास लेना शुरू कर दिया है। जूम एप, गुगल मीट के माध्यम से बच्चों को पढ़ाया जा रहा है।
कुछ स्कूलों ने केवल गणित और विज्ञान विषयों के लिए यह प्रयास किया है। जबकि कई स्कूल हर विषय की क्लास गुगल मीट या जूम एप पर ही ले रहे हैं। पढाई के लिए शिक्षक ब्लैक बोर्ड का भी इस्तेमाल कर रहे हैं ताकि बच्चों को लगे कि वह अपनी ही क्लास में पढ़ रहे हैं। स्कूल के शिक्षक अपने स्तर पर अभिभावकों से सुझाव लेकर पढ़ाई में समय समय पर बदलाव भी करते रहते हैं।
अभिभावकों के सुझावों पर किया बदलाव: भूपेंद्र सिंह
राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला के प्रधानाचार्य भूपेंद्र सिंह ने बताया कि हर घर पाठशाला के साथ कुछ अलग करने का प्रयास किया गया है। गुगल मीट के जरिए हर विषय की क्लास ली जाती है। क्लास 40 मीनट की होती है। शिक्षक पूरी क्लास के दौरान बच्चों के वीडियो कैमरा ऑन रखवाते हैं ताकि उन पर नजर रह सके। मई के पहले सप्ताह में ई पीटीएम की थी। अभिभावकों के सुझावों के बाद यह निर्णय लिया गया। इसमें आने वाले दिनों में कुछ और बदलाव किए जाएंगे। पढ़ाई के साथ अन्य तरह की गतिविधियां भी करवाई जाएगी।
एनएसएस की करवाते हैं गतिविधियां : संजीव गुप्ता
शिमला जिला के तहत पड़ने वाले वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रामपुर क्योंथल के प्रधानाचार्य संजीव गुप्ता ने कहा कि पढ़ाई के साथ ऑनलाइन ही बच्चों को कई तरह की गतिविधियों का आयोजन किया जाता है। योगा, पेंटिंग कंपीटिशन जैसे कार्यक्रम करवाते रहते हैं। बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए यह जरूरी है।
अपने स्तर पर किए नए प्रयास
सचिव शिक्षा राजीव शर्मा का कहना है कई स्कूलों के शिक्षकों ने ऑनलाइन पढ़ाई में अपने स्तर पर कई नए प्रयास किए हैं, जो सराहनीय है। विभाग भी आने वाले दिनों में इसमें कई अहम बदलाव करने जा रहा है। ऑनलाइन पढ़ाई को और ज्यादा व्यवहारिक बनाया जाएगा। इसके निर्देश शिक्षकों को जारी कर दिए गए हैं। आईसीटी लैब से पढ़ाई तभी संभव है जब शिक्षक स्कूल जाएंगे।