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तपेदिक नियंत्रण में हिमाचल प्रदेश देशभर में रहा अव्वल, कांगड़ा समेत इन जिलों को मिले पदक

Tuberculosis Control हिमाचल प्रदेश तपेदिक नियंत्रण में देशभर में अव्वल रहा है। दिल्ली में बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने हिमाचल सरकार के एनएचएम के निदेशक निपुण जिंदल को यह पुरस्कार दिया। देश को टीबी मुक्त करने के लिए केंद्र सरकार ने 2030 का लक्ष्य रखा था

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Published: Thu, 25 Mar 2021 11:36 AM (IST)Updated: Thu, 25 Mar 2021 11:36 AM (IST)
तपेदिक नियंत्रण में हिमाचल प्रदेश देशभर में रहा अव्वल, कांगड़ा समेत इन जिलों को मिले पदक
दिल्ली में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने हिमाचल सरकार के एनएचएम के निदेशक निपुण जिंदल को यह पुरस्कार दिया।

शिमला, राज्य ब्यूरो। हिमाचल प्रदेश तपेदिक (टीबी) नियंत्रण में देशभर में अव्वल रहा है। दिल्ली में बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने हिमाचल सरकार के नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) के निदेशक निपुण जिंदल को यह पुरस्कार दिया। स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने बताया कि देश को टीबी मुक्त करने के लिए केंद्र सरकार ने 2030 का लक्ष्य रखा था, लेकिन अब इसे 2025 तक कर दिया है। हिमाचल प्रदेश को इस अवधि से पहले तपेदिक मुक्त बनाया जाएगा। ने इससे पहले यह उन्होंने कहा कि हिमाचल से तपेदिक उन्मूलन के सब नेशनल सॢटफिकेशन के लिए पांच जिलों ऊना, हमीरपुर, कांगड़ा, लाहुल स्पीति और किन्नौर ने आवेदन किया था।

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फरवरी, 2021 में इसका मूल्यांकन किया गया। बुधवार को विश्व तपेदिक दिवस पर परिणाम घोषित किया गया है। इसमें लाहुल स्पीति जिले को सिल्वर मेडल मिला है। इसे जिला टीबी अधिकारी डा. जगदीश ने प्राप्त किया। किन्नौर, हमीरपुर, ऊना और कांगड़ा को कांस्य पदक मिला है। यह पुरस्कार संबधित जिलों के कार्यक्रम अधिकारियों ने प्राप्त किए।


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