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हिमाचल में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच एमबीबीएस और डेंटल प्रशिक्षुओं की सेवाएं लेने की तैयारी

Himachal Coronavirus News प्रदेशभर में कोरोना के मरीज लगातार बढ़ते जा रहे हैं। मौतों का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है। अस्पतालों में मरीजों को रखने के लिए अतिरिक्त व्यवस्था बनाई जा रही है। आइजीएमसी में जरूरत पड़ने पर एमबीबीएस व डेंटल प्रशिक्षुओं की कोविड ड्यूटी लगाई जा सकती है।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Published: Tue, 04 May 2021 07:46 AM (IST)Updated: Tue, 04 May 2021 07:57 AM (IST)
हिमाचल में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच एमबीबीएस और डेंटल प्रशिक्षुओं की सेवाएं लेने की तैयारी
प्रदेशभर में कोरोना के मरीज लगातार बढ़ते जा रहे हैं।

जागरण संवाददता, शिमला। Himachal Coronavirus News, प्रदेशभर में कोरोना के मरीज लगातार बढ़ते जा रहे हैं। मौतों का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है। अस्पतालों में मरीजों को रखने के लिए अतिरिक्त व्यवस्था बनाई जा रही है। आइजीएमसी में जरूरत पड़ने पर एमबीबीएस व डेंटल प्रशिक्षुओं की कोविड ड्यूटी लगाई जा सकती है। अस्पताल में कोरोना मामलों के प्रति गंभीरता बरतते हुए आइजीएमसी प्रशासन ने कोरोना मरीजों के लिए बिस्तरों की संख्या बढ़ाई है। अस्पताल के न्यू ओपीडी ब्लॉक में 83 नए बेड लगाए गए हैं, जहां गंभीर व अति गंभीर कोरोना मरीजों को दाखिल किया जाएगा।

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इन बिस्तरों के साथ ऑक्सीजन सप्लाई की भी व्यवस्था की जाएगी, ताकि गंभीर अवस्था वाले मरीजों को जरूरत पड़ने पर ऑक्सीजन दी जा सके। आइजीएमसी में प्रदेशभर के करीब 170 कोरोना मरीज दाखिल हैं जो गंभीर व अति गंभीर अवस्था में हैं। प्रदेशभर में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच स्थिति और गंभीर होने की आशंका जताई जा रही है। आइजीएमसी में ई-ब्लॉक के अलावा मेकशिफ्ट अस्पताल में कोरोना मरीजों का इलाज हो रहा है।

अस्पताल में 300 बेड की व्यवस्था

आइजीएमसी शिमला के एमएस डॉक्टर जनक राज का कहना है कोरोना मरीजों के इलाज में किसी प्रकार की परेशानी न आए, इसके लिए सरकार के निर्देश के बाद बिस्तरों की संख्या को बढ़ाया गया है। अस्पताल में करीब 300 बेड की व्यवस्था गई है। अस्पताल में फिलहाल मरीजों की देखभाल के लिए पर्याप्त स्टाफ उपलब्ध है, जरूरत पड़ने पर एमबीबीएस व डेंटल प्रशिक्षुओं की कोविड ड्यूटी लगाई जा सकती है। आइजीएमसी के अपने ऑक्सीजन प्लांट से भरपूर ऑक्सीजन का उत्पादन हो रहा है। आइजीएमसी में गंभीर व अति गंभीर मरीजों को भर्ती करवाया जाता है। प्रदेशभर के अस्पतालों से रेफर होकर मरीज इलाज के लिए यहां पहुंचते हैं। इसलिए वार्डो में मरीजों की संख्या बढ़ रही है।

ऑनलाइन ओपीडी का लें सहारा

आइजीएमसी प्रशासन का कहना है कि प्रदेश में कोरोना के कारण पैदा हुई स्थिति के बीच लोगों को अधिक एहतियात बरतने की जरूरत है। पिछले साल कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रशासन ने ऑनलाइन ओपीडी की सुविधा शुरू की थी। प्रशासन ने अपील की है कि मरीज डाक्टरी परामर्श के लिए ऑनलाइन ओपीडी का सहारा लें। अधिक जरूरी हो तभी अस्पताल का रुख करें। भीड़ न बढ़ाएं।


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