प्रदेश में 14 सौ के करीब पहुंचे कोरोना संक्रमण के एक्टिव केस, पांच जिलों में 100 से कम मामले
Himachal Coronavirus/Covid Cases Update हिमाचल प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार कमी आ रही है। प्रदेश में अब 1446 एक्टिव मामले रह गए हैं। पांच जिलों में 100 से कम एक्टिव केस हैं। प्रदेश में कोरोना मृत्यु दर 0.6 है।
शिमला, राज्य ब्यूरो। Himachal Coronavirus/Covid Cases Update, हिमाचल प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार कमी आ रही है। प्रदेश में अब 1446 एक्टिव मामले रह गए हैं। पांच जिलों में 100 से कम एक्टिव केस हैं। प्रदेश में कोरोना मृत्यु दर 0.6 है। विभिन्न अस्पतालों में 170 कोरोना मरीज दाखिल हैं। शनिवार को कोरोना के 115 नए पाजिटिव केस आए और 243 स्वस्थ हुए। शनिवार को केवल एक कोरोना संक्रमित की कांगड़ा में मौत हुई है। कांगड़ा में 25, चंबा में 22, मंडी में 15, शिमला में 13, बिलासपुर व कुल्लू में आठ-आठ, हमीरपुर व ऊना में छह-छह, किन्नौर में चार, सिरमौर व लाहुल स्पीति में तीन-तीन, सोलन में दो नए मामले आए हैं।
कोरोना के छह नए मामले, 15 लोग स्वस्थ
ऊना। जिले में छह लोग संक्रमित पाए गए हैं। वहीं, शनिवार को 15 लोग कोरोना को मात देकर स्वस्थ हुए हैं। अब जिले में सक्रिय मामले घटकर 103 रह गए है। 73 लोग होम आइसोलेशन में उपचाराधीन हैं। अब तक जिले में कोरोना संक्रमण के कारण 241 लोगों की मौत हुई है। सीएमओ डा. रमन कुमार शर्मा ने बताया कि हरोली, बंगाणा व ऊना क्षेत्र के लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आए हैं। उन्होंने लोगों से अपील की है कि कोविड नियमों का सख्ती से पालन करें। उन्होंने आम जनता से मास्क पहनने, समय-समय पर हाथ धोने अथवा सैनिटाइज करने और उचित शारीरिक दूरी अपनाने की अपील की।
गर्भवती के लिए कोरोना टीकाकरण संबंधी निर्देश जारी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से गर्भवती महिलाओं को कोरोना टीकाकरण की मंजूरी देने के साथ आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। अग्रिम पंक्ति कार्यकर्ता घरों का दौरा करेंगे और उन्हें अस्पताल में प्रसव पूर्व जांच, टीकाकरण सत्र, ग्राम स्वास्थ्य और पोषण दिवस और शहरी स्वास्थ्य और पोषण दिवस आदि के बारे में जानकारी देंगे। गर्भवती को टीकाकरण से पहले इसके जोखिम और लाभों की जानकारी देने का निर्देश है। देश में वर्तमान में तीन वैक्सीन कोविशील्ड, कोवैक्सिन और स्पुतनिक-वी को आपातकालीन स्थिति में उपयोग के लिए मंजूरी दी गई है। स्वास्थ्य विभाग ने जिला प्रशासन को कर्मचारियों, अग्रिम पंक्ति कार्यकर्ताओं और निजी चिकित्सा व्यवसायियों को प्रशिक्षित करने का निर्देश दिया है। यदि गर्भवती टीकाकरण करवाने का निर्णय लेती हैं तो स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों द्वारा पंजीकरण की प्रक्रिया में उनकी मदद की जाएगी।