स्कूल का सारा स्टाफ कोरोना पॉजिटिव होने पर भी होगी बोर्ड परीक्षा, क्षेत्र के पढ़े-लिखे लोगों की सेवाएं ली जाएंगी
Himachal Board Examination कोरोना महामारी के खतरे के बीच दसवीं और जमा दो बोर्ड कक्षाओं की वार्षिक परीक्षाएं मंगलवार से शुरू होंगी। यदि किसी स्कूल का सारा स्टाफ कोरोना पॉजिटिव आता है तो साथ लगते निजी स्कूल के स्टाफ की मदद ली जा सकती है।
शिमला, जागरण संवाददाता। Himachal Board Examination, कोरोना महामारी के खतरे के बीच दसवीं और जमा दो बोर्ड कक्षाओं की वार्षिक परीक्षाएं मंगलवार से शुरू होंगी। दोनों ही कक्षाओं के 2,46,811 विद्यार्थी परीक्षा देने बैठेंगे। यदि किसी स्कूल का सारा स्टाफ कोरोना पॉजिटिव आता है तो साथ लगते निजी स्कूल के स्टाफ की मदद ली जा सकती है। परीक्षा से एक दिन पहले उच्चतर शिक्षा विभाग के निदेशक डा. अमरजीत शर्मा ने सभी शिक्षा उपनिदेशकों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग कर तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने निर्देश दिए सभी शिक्षक और गैर शिक्षक पूरी जिम्मेदारी के साथ ड्यूटी दें।
कोरोना के खतरे को देखते हुए शिक्षा विभाग सतर्क हो गया है। उपनिदेशक सहित प्रधानाचार्यों को निर्देश दिए हैं कि यदि परीक्षा ड्यूटी पर तैनात स्टाफ कोरोना पॉजिटिव आता है तो साथ लगते स्कूल को समय पर इसकी सूचना देें, ताकि परीक्षा के संचालन में कोई देर न हो। यदि साथ लगते स्कूल का स्टाफ भी कोरोना पॉजिटिव है तो निजी स्कूल के स्टाफ को भी परीक्षा ड्यूटी के लिए लगा सकेंगे। यदि फिर भी स्टाफ की कमी होती है तो स्कूल प्रधानाचार्य एसएमसी के सहयोग से गांव के पढ़े-लिखे लोगों या सेवानिवृत्त व्यक्तियों की भी मदद ले सकेंगे। डा. अमरजीत शर्मा ने कहा कि स्कूल प्रबंधन अपने स्तर पर ये सारी व्यवस्था देखेंगे।
लक्षण वाले ड्यूटी पर न आएं, पहले टेस्ट करवाएं
शिक्षा विभाग ने निर्देश दिए हैं कि यदि किसी शिक्षक व गैर शिक्षक, जो परीक्षा ड्यूटी पर तैनात है, में कोरोना के लक्षण हैं तो स्कूल न आए और पहले अपना टेस्ट करवाए। यदि रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो क्वारंटाइन हो जाए। उसके संपर्क में जितना भी स्टाफ आया है वे भी क्वारंटाइन हो जाए। डा. अमरजीत शर्मा ने कहा कि यदि कोई कोरोना पॉजिटिव या जुकाम है तो इसका मेडिकल सर्टिफिकेट देना होगा। इसके आधार पर ही उन्हें परीक्षा ड्यूटी से छुट्टी दी जाएगी।
संक्रमित नहीं देंगे परीक्षा, लक्षण वाले अलग बैठाए जाएंगे
परीक्षा केंद्र के बाहर सभी विद्यार्थियों की थर्मल स्कैनिंग होगी। यदि किसी को बुखार-जुकाम है तो उसे अलग कमरे में बैठाया जाएगा। शिक्षा बोर्ड ने कोरोना संक्रमित विद्यार्थियों की परीक्षाएं अलग से करवाने का निर्णय लिया है। एक माह बाद उनकी परीक्षाएं ली जाएंगी।
52 केंद्रों में शिक्षिकाएं ही देंगी ड्यूटी
प्रदेश में इस बार 52 परीक्षा केंद्रों को सावित्रीबाई फुले अलंकृत किया गया। इन परीक्षा केंद्रों में शिक्षिकाएं ही ड्यूटी देंगी। हालांकि कोरोना संक्रमण की स्थिति में इनको बदला जा सकता है।